ताजमहल, जो भारत के आगरा शहर में स्थित है, न केवल देश की ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह विश्वभर में प्रेम और कला का प्रतीक भी माना जाता है। हाल ही में, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी पत्नी सजीदा मोहम्मद के साथ ताजमहल का दौरा किया। यह यात्रा 4 दिवसीय भारत यात्रा का हिस्सा थी, जिसमें उन्होंने भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों का आनंद लिया।
ताजमहल का दीदार
मालदीव के राष्ट्रपति ने ताजमहल का दीदार करते समय विजिटर बुक में इस इमारत की खूबसूरती की तारीफ की। उन्होंने कहा कि ताजमहल की सुंदरता को शब्दों में व्यक्त करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि ऐसा करना नाइंसाफी होगी। उनका यह बयान ताजमहल के प्रति उनकी गहरी प्रशंसा को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी पत्नी का स्वागत करने के लिए काबीना मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को आगरा एयरपोर्ट भेजा। यह स्वागत समारोह ताजमहल की भव्यता और महत्व को दर्शाता है। इस मौके पर, मुइज्जू को ताजमहल की एक छोटी प्रतिमा भी भेंट की गई, जो इस महान इमारत के प्रति उनकी श्रद्धा को प्रकट करती है।
पर्यटकों पर प्रभाव
ताजमहल की इस विशेष यात्रा के कारण मंगलवार की सुबह 8 बजे से 10 बजे तक आम पर्यटकों के लिए ताजमहल बंद रहा। इस दौरान, राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी पत्नी ने ताजमहल के सामने कई तस्वीरें खिंचवाईं, जो उनके इस ऐतिहासिक स्थल के प्रति उत्साह और सराहना को दर्शाती हैं। ताजमहल के बाद, राष्ट्रपति और उनकी पत्नी आगरा में स्थित ओपन एयर क्राफ्ट विलेज ‘शिल्पग्राम’ भी गए। यहां, स्थानीय ब्रज क्षेत्र के कलाकारों ने उनके स्वागत के लिए विशेष प्रदर्शन किए। इस आयोजन ने भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को प्रदर्शित किया।
भारत और मालदीव के बीच संबंध
मालदीव के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और मालदीव के बीच सदियों पुरानी दोस्ती है। इस वार्ता के दौरान, 400 मिलियन डॉलर की मुद्रा विनिमय डील पर भी हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत ने मालदीव को 700 से ज्यादा सोशल हाउसिंग यूनिट्स भी प्रदान की हैं। यह कदम मालदीव में बुनियादी ढांचे के विकास में मदद करेगा और वहां के लोगों की जीवनस्तर को बेहतर बनाने में योगदान करेगा।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का ताजमहल का दौरा न केवल उनके और उनके देश के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, बल्कि यह भारत की ऐतिहासिक धरोहर के प्रति वैश्विक सम्मान और आकर्षण को भी दर्शाता है। ताजमहल, जो मुमताज महल के प्रति शहाजहां के अटूट प्रेम का प्रतीक है, हमेशा से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। इस यात्रा ने यह स्पष्ट कर दिया कि ताजमहल की खूबसूरती और उसके पीछे की कहानी आज भी लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखती है।