बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से एक के बाद एक कई नए खुलासे हो रहे हैं. इस हत्या का पूरा शक लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर जाता दिख रहा है. मुंबई पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है. वहीं, इस बीच बाबा सिद्दीकी के शूटर्स की बिश्नोई गैंग से जुड़ने की चौंकाने वाली खबर सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, 4 शूटर्स को हत्या की सुपारी दी गई थी. शूटर्स सितंबर के पहले हफ्ते से मुंबई में थे.
ये शूटर्स कुर्ला इलाके में किराए के मकान में रहते थे. मकान का किराया 14000 था. सबको 50-50 हजार दिए गए थे. तीनों पंजाब की जेल में आरोपी थे. उसी जेल में बिश्नोई गैंग का शूटर पहले से था और उनसे जान पहचान हुई. मुंबई पुलिस की टीम दिल्ली, उज्जैन और हरियाणा के लिए रवाना हो गई है. यही पैटर्न सलमान खान के घर फायरिंग के लिए इस्तेमाल हुआ था.
शूटर्स का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने का दावा
गिरफ्तार शूटर्स ने दावा किया है कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं. इस दावे को वेरीफाई किया जा रहा है. मुंबई पुलिस के अलावा सेंट्रल एजेंसी भी मुंबई पुलिस के संपर्क में है. लॉरेंस बिश्नोई कई बार खुली चेतावनी दे चुका है कि जो सलमान खान का दोस्त है वो हमारा दुश्मन है. हालांकि ये शूटर्स लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े हुए हैं या नहीं इसकी फिलहाल जांच जारी है. अटैक के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग सोशल मीडिया पर अटैक को क्लेम करते हैं फिलहाल ऐसा क्लेम अभी तक सामने नहीं आया है.
बांद्रा ईस्ट में हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या
मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने उन्हें काफी करीब से गोली मारी. बेटे जीशान के दफ्तर से बाहर निकलते वक्त हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को टारगेट किया और उन पर फायरिंग की. बाबा को दो गोलियां लगीं. उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पूरे मुंबई में कोहराम मच गया है. बाबा सिद्दीकी ने इसी साल फरवरी में कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी. इसके बाद वह अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP में शामिल हो गए थे. बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े नाम थे. 1999, 2004 और 2009 में तीन बार विधायक रहे. 2004 से 2008 तक वह महाराष्ट्र सरकार मंत्री भी रहे.