उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद में आशापुरी कॉलोनी है. इस कॉलोनी में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इस सन्नाटे के बीच अचानक ही लोगों के रोने की आवाजें सुनाई देने लगती हैं. यहां सोमवार को छह लोगों की सिलेंडर ब्लॉस्ट में मौत हो गई. कुछ लोग घायल हैं, जोकि अस्पताल में भर्ती हैं.
आशापुरी कॉलोनी में सोमवार की रात लगभग साढ़े आठ बजे एक धमाका हुआ. धमाके की आवाज सुनकर कॉलोनी के लोग भागे-भागे पहुंचे तो देखे कि एक घर से आग की लपटें उठ रही थीं. घर की छत और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. कॉलोनी के लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी. पुलिस की टीम के साथ बचाव टीम भी मौके पर पहुंची.
पत्थरों के बीच दबा पड़ा था बच्चा
हादसे के बाद घटनास्थल का मंजर बेहद भयावह था. मलबे में लोग दबे पड़े थे. एक युवक बेसुध हाल में पत्थरों के बीच दबा पड़ा था. मलबे में उसका पैर दिखाई दे रहा था. रेस्क्यू टीम ने तत्काल उसको बाहर निकाला और अस्पताल भेजा. वहीं, परिजन दहाड़ मारकर रो रहे थे. एक युवक आंखों में आंसू लिए हुए पुलिस से यही गुहार लगा रहा था कि सर प्लीज बचा लीजिए. वह बार-बार बदहवास होकर मलबे में अपनों को ढूंढने लग जाता. उसकी इस हालत को देखते हुए मोहल्लेवाले भी आंसू नहीं रोक पा रहे थे.
मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) ध्रुव कांत ठाकुर के मुताबिक, सिलेंडर फटने से ये हादसा हुआ. सूचना मिलते ही तत्काल बचाव दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू कार्य शुरू किया. डीएम चंद्र प्रकाश सिंह के मुताबिक, आशापुरी कॉलोनी में रियाजुद्दीन के घर में यह हादसा हुआ. घर में 18-19 लोग रहते थे. यह हादसा लगभग रात 8.30 बजे हुआ.
सिलेंडर ब्लास्ट से मकान से ध्वस्त
सिलेंडर ब्लास्ट से मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. मकान की छत गिर गई. अधिकारियों ने बताया कि 6 लोगों की मौत हुई है. वहीं, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं. जेसीबी से मलबे को हटाया जा रहा है. छत के बीम को कटर से काटा गया. इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और अधिकारियों को तत्काल बचाव कार्य के निर्देश दिए. साथ ही घायलों का अच्छे से इलाज करने का निर्देश दिया. अधिकारियों के मुताबिक, रेस्क्यू कार्य पूरा कर लिया गया है.