डायबिटीज को शुगर की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है. यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें शरीर रक्त शर्करा यानी ग्लूकोज़ को नियंत्रित नहीं कर पाता. बता दें कि डायबिटीज दो तरह की होती है- टाइप 1 और टाइप 2. डायबिटीज के सामान्य लक्षणों में बार-बार प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान और धुंधला नजर आने जैसे लक्षण शामिल हैं.
न्यूट्रिशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि डायबिटीज की बीमारी में अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. इस बीमारी को सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है. एक्सपर्ट कहती हैं कि कुछ फल भी ब्लड शुगर को ट्रिगर कर सकते हैं. ऐसे में शुगर के मरीजों को इन फलों को खाने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं कि किन फलों को खाने से डायबिटीज की दिक्कत बढ़ सकती है.
केला
केले में कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ा सकता है. ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को केले खाने से परहेज करना चाहिए. बेहतर यही होगा कि आप किसी डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें.
अंगूर
अंगूर में भी नेचुरल शुगर की मात्रा काफी होती है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी ज्यादा होता है, जो ब्लड शुगर के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं. ऐसे में डायबिटीज के मरीज इनसे दूरी ही बनाकर रखें.
खरबूजा
खरबूजे में भी शुगर होती है, जो रक्त शर्करा को बढ़ा सकती है. इसे कम मात्रा में खाया जाना चाहिए. शुगर के मरीज तो खरबूजे से दूरी ही बनाकर रखें. ये शरीर का इंसुलिन लेवल बिगाड़ सकता है.
ड्राई फ्रूट्स
सूखे मेवे जैसे किशमिश, खजूर और अंजीर में नेचुरल शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है. इन्हें डायबिटीज के रोगियों को खाने से बचना चाहिए. इनकी बजाय मखाने को डाइट में शामिल करना ज्यादा फायदेमंद होगा.
किसी भी फल का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लेना जरूरी है. संतुलित आहार, व्यायाम और सही जीवनशैली का पालन करने से डायबिटीज को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है.