Breaking
गैस चेंबर कहिए या स्मॉग कैपिटल, आपके जीवन के आठ साल कम कर रहा प्रदूषण ओडिशा: आधार अपडेट कराकर लौट रही थी महिला, पति के सामने बदमाशों ने मौत के घाट उतारा भागलपुर: मातम में बदला छठ का पर्व, गंगा स्नान में परिवार के 3 बच्चों की मौत, मची चीख-पुकार यूपी मदरसा बोर्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम धर्म गुरुओं ने क्या-क्या कहा? स्कूल जा रहे थे प्रिंसिपल, रास्ते में रोका और सिर में मार दी गोली… दहला देगी ये वारदात भ्रष्टाचार में नप गईं गाजीपुर की ARTO सौम्या पांडेय, लखनऊ मुख्यालय की गईं अटैच महाराष्ट्र में बीजेपी को तगड़ा झटका, पूर्व MP हिना गावित ने दिया इस्तीफा; अक्कलकुवा से निर्दलीय मैदा... दिल्ली में छठ के भव्य आयोजन की तैयारी, सरकार ने बनाए 1000 से ज्यादा घाट- CM आतिशी पलट गई जयपुर की प्रतिमा की कहानी, सबकुछ जानकर किया था आरिफ से निकाह; क्या फंसाने के लिए रची साजिश? वाराणसी में 4 मर्डर, पत्नी और 3 बच्चों को मारा, अब पति की भी मिली लाश; हत्या या आत्महत्या?

भिंड जिले के किसानों को गेहूं पर भरोसा, सरसों का रकबा घटा

Whats App

भिंड। भिंड जिले के किसानों का इस बार सरसों से मोह भंग हुआ है। इसकी वजह अक्टूबर माह में हुई अतिवृष्टि है, क्योंकि अधिक बारिश होने की वजह से किसान समय पर अपने खेत तैयार नहीं कर सके। ऐसे में इस बार गेहूं की ओर किसानों का रुझान बढ़ा है।

बता दें कि अक्टूबर माह के शुरुआत में जमकर बारिश हुई। सरसों की बोवनी के लिए खेत भी इसी समय तैयार किए जाते हैं। लेकिन बारिश की वजह से किसान चाहकर भी कुछ कर नहीं सके। इसके बाद हर साल की तरह डीएपी की किल्लत शुरू हो गई।

Whats App

सरसों की बोवनी का लक्ष्य

कृषि विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस बार जिलेभर में 1.90 लाख हेक्टयेर में सरसों की बोवनी का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से अब तक 1.60 बोवनी हो चुकी है। जबकि पिछले साल जिले में 2.17 हेक्टेयर में सरसों की बोवनी हुई थी।

इसी तरह इस वर्ष 1.20 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हो चुकी है। जबकि वर्ष 2023 में 1.05 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हुई थी। इस बार जहां सरसों का रकबा घटा है, वहीं गेहूं के रकबे में वृद्धि हुई है। वहीं जिले में 800 हेक्टेयर में चना और 500 हेक्टेयर में मसूर की बोवनी होना है।

तापमान अधिक होने से दोबारा करनी पड़ रही बोवनी

नवंबर माह की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी इन दिनों दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। इस वजह से जो किसान एक से डेढ़ महीने पहले सरसों की बोवनी कर चुके थे, उनमें से ज्यादा किसानों के खेतों में बीज का ठीक प्रकार से अंकुरण ही नहीं हुआ।

इस वजह से किसानों को फिर से सरसों की बोवनी करना पड़ रही है। इन दिनों अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर चल रहा है, जिससे दिन के समय मौसम में गर्माहट है। इस गर्माहट की वजह से जमीन में नमी कम हो रही है।

गैस चेंबर कहिए या स्मॉग कैपिटल, आपके जीवन के आठ साल कम कर रहा प्रदूषण     |     ओडिशा: आधार अपडेट कराकर लौट रही थी महिला, पति के सामने बदमाशों ने मौत के घाट उतारा     |     भागलपुर: मातम में बदला छठ का पर्व, गंगा स्नान में परिवार के 3 बच्चों की मौत, मची चीख-पुकार     |     यूपी मदरसा बोर्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम धर्म गुरुओं ने क्या-क्या कहा?     |     स्कूल जा रहे थे प्रिंसिपल, रास्ते में रोका और सिर में मार दी गोली… दहला देगी ये वारदात     |     भ्रष्टाचार में नप गईं गाजीपुर की ARTO सौम्या पांडेय, लखनऊ मुख्यालय की गईं अटैच     |     महाराष्ट्र में बीजेपी को तगड़ा झटका, पूर्व MP हिना गावित ने दिया इस्तीफा; अक्कलकुवा से निर्दलीय मैदान में     |     दिल्ली में छठ के भव्य आयोजन की तैयारी, सरकार ने बनाए 1000 से ज्यादा घाट- CM आतिशी     |     पलट गई जयपुर की प्रतिमा की कहानी, सबकुछ जानकर किया था आरिफ से निकाह; क्या फंसाने के लिए रची साजिश?     |     वाराणसी में 4 मर्डर, पत्नी और 3 बच्चों को मारा, अब पति की भी मिली लाश; हत्या या आत्महत्या?     |