वोट देने की जरूरत नहीं… हारे तो भी सरकार पर फर्क नहीं पड़ना, महिला पर क्यों भड़के राजस्थान के मंत्री कन्हैया लाल चौधरी
राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को होना है. इसमें एक सीट देवली उनियारा भी है, इस विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर के समर्थन में प्रदेश सरकार में जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने सोमवार को प्रचार किया. इस दौरान एक महिला ने उन से पानी की मांग की जिस पर मंत्री ने कहा, “वोट देने की जरूरत नहीं, जहां देना वहां देना, राजेंद्र गुर्जर हारे या जीते सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा”.
प्रचार करने के लिए चौधरी सोमवार सुबह टोंक जिले में आने वाली देवली में चंदाली गांव में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. उनके संबोधन के बीच एक महिला ने पानी को लेकर आवाज उठाई तो मंत्री को यह बात पंसद नहीं आई. इसी के बाद महिला भी पानी की समस्या को लेकर मंत्री से उलझ गई. वायरल वीडियो में पहले कन्हैया लाल चौधरी कहते हैं कि तुम्हारे चिल्लाने से काम नहीं होगा, मेरे कहने से काम होगा मैं समझूंगा तभी काम होगा.
“उसने चौकीदारी क्यों नहीं की”
इसी बीच महिला बोली पब्लिक नहीं चिल्लाएगी तो आप सुनने वाले भी नहीं हो. मंत्री कन्हैया लाल महिला पर नाराज होते हुए फिर से बोलते हैं तुम्हारे लिए कोई काम करवाना है तो बोलो. मैं बहस करने नहीं आया. राजेंद्र जीतेंगे या हारेंगे इस से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, हमारी काम करने की इच्छा नहीं होती तो यहां नहीं आते. 5 साल पहले तुमने जिस आदमी को चुनकर भेजा उससे क्यों नहीं पूछा पैसा कहां गया उसने चौकीदारी क्यों नहीं की.
इसी बीच मंत्री ने वहां मौजूद ठेकेदार और कर्मचारियों को भी कहा कि यहां पर जल्दी से जल्दी नई लाइन डालें या कुछ भी करें उससे मुझे कोई मतलब नहीं पर पानी का प्रेशर यहां आना चाहिए. फिर मंत्री कन्हैया लाल ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि मैं चांदनी माताजी तो हूं नहीं जो फूंक मारते ही पानी ला दूं पानी तो आते ही आएगा.
सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
सोमवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था. तभी देवली उनियारा सीट पर पार्टी के प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर के समर्थन में मंत्री कन्हैया लाल चौधरी प्रचार करने पहुंचे थे. देवली उनियारा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस ने यहां पर के सी मीना को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी ने पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हुए नरेश मीणा ने निर्दलीय ताल ठोक दी है, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो गया है.