ग्वालियर: फूलबाग चौपाटी से चेतकपुरी कुलदीप नर्सरी तक 2780 मीटर स्ट्रोर्म वाटर ड्रेन के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। करीब 10 माह से खुदी सड़क के कारण लोग धूल मिट्टी फांकने पर मजबूर हैं। जहां खुदाई की, वहां ठेकेदार ने गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया है।
अब हालत ये है कि बसंत विहार से कोई व्यक्ति सफेद कपड़े पहनकर निकले तो चेतकपुरी तक पहुंचने तक वह मटमैले हो जाते हैं। ठेकेदार से जब लोगों ने सड़क निर्माण की बात कही तो उसने पल्ला झाड़ लिया। शहर की हवा को जहरीली बनाने में इस सड़क का भी बड़ा योगदान है। साथ ही जाम भी इस मार्ग पर आम हो चुका है।
इस प्रोजेक्ट के लिए एसडीआरएफ के तहत 18 करोड़ की राशि मिली है। यह काम 2023 में शुरू हुआ था और मार्च 2025 में पूरा होना है। वैसे काम कोई खास बड़ा नहीं है, लेकिन कभी बारिश, कभी त्योहार और कभी वीआइपी मूवमेंट के कारण काम कई बार रोकना पड़ा। उधर, ठेकेदार ने भी सीवर लाइन तो बिछाने के बाद रेस्टोरेशन के नाम पर गिट्टी, मिट्टी डालकर छोड़ दिया है।
ऐसे में यहां से ट्रैफिक तो शुरू हो गया, लेकिन धूल-मिट्टी के कारण लोगों का हाल-बेहाल है। यदि सीवर का काम पूरा होने के साथ ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया होता तो जनता धूल-मिट्टी फांकने को मजबूर नहीं होती। अभी इनरव्हील तिराहे तक काम पूरा हुआ है। यह काम मैसर्स जैन एंड राय कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।
स्थिति:-गांव की तरह यहां डामर की सड़क की पगडंडी सी दिखाई देती है। आसपास गिट्टी बिछाई गई है। इस सड़क पर वाहनों के गुजरने पर खासी धूल-मिट्टी उड़ती है। आसपास बने आवास में रहने वाले भी इस धूल मिट्टी से परेशान हैं। लोगों को मास्क लगाकर निकलना पड़ता है।
स्थान:-एजी पुल से चेतकपुरी मार्ग
ट्रैफिक लोड:-2000-2500 वाहन प्रतिघंटे(सुबह-शाम)
स्थिति:-इस मार्ग पर सीवर लाइन कार्य के चलते लगातार जाम लग रहा था। अब ट्रैफिक पुलिस ने यहां पर डिवाइडर काटकर वैकल्पिक व्यवस्था की है। इससे थोड़ी समस्या हल तो हुई, लेकिन ट्रैफिक अब भी रेंग-रेंगकर ही निकल रहा है। सुबह शाम तो अब भी यहां जाम की स्थिति बन ही जाती है।
फैक्ट फाइल
- 2023 में निर्माण कार्य शुरू
- 2025 में काम पूरा होना है
- 18 करोड़ प्रोजेक्ट की कुल लागत
- 2780 मीटर पाइप लाइन बिछाई जाना है