राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार शाम को एक कोचिंग क्लास में उस वक्त हड़कंप मच गया जब क्लासरूम में अचानक कुछ छात्र-छात्राएं बेहोश होने लगे. क्लासरूम के अंदर एक गंध सी फैल गई थी जिसकी वजह से 10 से ज्यादा छात्र-छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई. छात्र-छात्राओं की हालत को देखते हुए तुरंत एंबुलेंस को सूचना दी गई. छात्र-छात्राओं को क्लासरूम में बाहर निकालकर पास के एक हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला शहर के रिद्धि-सिद्धि चौराहे के पास का है. जहां रविवार शाम करीब 6.45 बजे एक कोचिंग क्लास में बच्चे बैठे पढ़ रहे थे. अचानक एसी के अंदर गैस रिसाव हुआ और उसकी बदबू फैल गई. इसी बदबू की वजह से छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी. कोचिंग प्रबंधन ने तुरंत इस मामले की सूचना 108 को दी. 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और सभी छात्र-छात्राओं को पास के ही एक निजि हॉस्पिटल में भर्ती किया गया.
डॉक्टर्स ने बताया कि छात्र-छात्राओं की हालत में फिलहाल सुधार हुआ है. सभी को फिलहाल मेडिकल निगरानी में रखा जा रहा है. क्यासरूम में अन्य बच्चे भी बैठे थे जिनमें से 10 की तबीयत बिगड़ी है. बच्चों की ऐसी हालत उस वक्त हुई जब क्लास चल रही थी. अचानक जब छात्र-छात्राएं बेहोश होने लगीं तब जाकर एंबुलेंस को खबर दी गई. एंबुलेंस के पहुंचने के बाद कोचिंग के बाहर लोगों की भीड़ लग गई थी. छात्र-छात्राओं की चलने की स्थिति भी नहीं थी जिसकी वजह से उन्हें उठाकर एंबुलेंस तक ले जाया गया.
पुलिस ने क्या कहा?
छात्र-छात्राओं की ऐसी स्थिति की खबर मिलते ही कोचिंग पर राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी समेत अन्य छात्र नेता पहुंच गए. निर्मल चौधरी ने प्रशासनिक अधिकारियों से जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. छात्र नेता मौके पर पुलिसकर्मियों से उलझते हुए भी दिखाई दिए. पुलिस और छात्र नेताओं के बीच झड़प के बाद पुलिस ने कुछ छात्र नेताओं को गिरफ्तार किया है.
मेयर ने बनाई जांच टीम
जयपुर ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर को जब हादसे की खबर मिली तो उन्होंने चिंता जाहिर की. साथ ही अधिकारियों को मौके पर जाकर बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने जांच टीम भी गठित की है.