मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले में रविवार को माखा लेईकाई में एक ठेकेदार के घर के बाहर हथगोला और धमकी भरा पत्र मिलने से दहशत फैल गई. ठेकेदार थोकचोम शंकर के घर के गेट पर यह सामान रखा पाया गया. स्थानीय पुलिस ने तत्काल हैंड ग्रेनेड जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है. यह घटना राज्य में बढ़ती जबरन वसूली और बम धमकी की घटनाओं का ताजा उदाहरण है.
पुलिस ने बताया कि धमकी भरे पत्र में ठेकेदार शंकर से सवाल किया गया था, ‘क्या आप अपने परिवार की जान बचा सकते हैं?’ यह पत्र और हैंड ग्रेनेड सुबह करीब 6 बजे कुछ राहगीरों ने देखा था. इसके बाद से मामले को तुरंत पुलिस को बताया गया. इसके बाद पुलिस ने तुरंत घटना स्थल का निरीक्षण किया और ग्रेनेड को जब्त कर लिया. फिलहाल पुलिस ने इसे जबरन वसूली से जुड़ा मामला बताया है. वहीं, धमकी देने वालों की पहचान नहीं हो पाई है.
स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन
इस घटना से स्थानीय लोगों में भय और आसपास में डर का माहौल फैल गया है. इसी तरह की एक और घटना 12 दिसंबर को इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई में हुई थी, जहां एक घर में बम रखा गया था. इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की थी.
इस घटना से स्थानीय लोगों में भय और आसपास में डर का माहौल फैल गया है. इसी तरह की एक और घटना 12 दिसंबर को इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई में हुई थी, जहां एक घर में बम रखा गया था. इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की थी.
पुलिस की कार्रवाई जारी
मणिपुर पुलिस ने घटना की जांच के लिए विशेष टीम तैनात की है. हिंगांग थाने में मामला दर्ज कर विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ने एक बयान में कहा कि हैंड ग्रेनेड मिलने की घटना राज्य में सक्रिय भूमिगत संगठनों द्वारा जबरन वसूली की गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है. इसके अलावा, पुलिस ने छह भूमिगत संगठन पीआरईपीएके (पीपल्स रेवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेपाक) के सदस्यों को गिरफ्तार किया है और एक अन्य सदस्य को थौबल जिले में मार गिराया है.