कनाडा के प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के नेता जस्टिन ट्रूडो ने लंबे चले विरोध के बाद सोमवार को इस्तीफा दे दिया है. दरअसल कनाडा में बढ़ती महंगाई, नौकरियों की कमी और मंदी के कारण ट्रूडो का विरोध किया जा रहा था. लिबरल पार्टी के कई नेता भी चाहते थे कि ट्रूडो अपना पद छोड़ दें, ताकी 2025 को होने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी को नया चेहरा मिल सके.
कनाडा की संसद को 24 मार्च तक निलंबित कर दिया गया है, 24 मार्च से पहले पार्टी को अपना नया नेता चुनना होगा. लिबरल पार्टी के नेतृत्व के मुद्दों को नियंत्रित करने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी इस हफ्ते बैठक करने वाली है, संभवतः ये बैठक कॉकस के बाद हो सकती है.
कौन होगा लिबरल का नया लीडर?
संभावित नेताओं में बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी, विदेश मंत्री मेलानी जोली और पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड शामिल हैं. उम्मीद है कि 20 अक्टूबर को या उससे पहले होने वाले आम चुनाव से पहले एक नया पार्टी नेता लिबरल्स को उनकी निराशा से बाहर निकाल सकता है.
हाल के सर्वों में ट्रूडो की लिबरल पार्टी विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी से पीछे है, जिसका नेतृत्व तेजतर्रार पियरे पोलीवर कर रहे हैं. पार्टी से जुड़े लोग मानते हैं कि एक नया नेता ही पिछड़ती पार्टी को आगे ला सकता है.
ट्रूडो ने जताया इस बात का अफसोस?
ट्रूडो ने कहा कि उन्हें एक अफसोस है कि इस साल होने वाले आम चुनाव से पहले कनाडा की चुनाव प्रक्रिया में सुधार करने में वह विफल रहे. उन्होंने कहा, “अगर मुझे एक अफसोस है, खासकर जब हम इस चुनाव के करीब हैं – तो वो ये है कि हम इस देश में अपनी सरकारों को चुनने के तरीके को नहीं बदल सकें ताकि लोग एक ही मतपत्र (Ballot Paper) पर दूसरी पसंद या तीसरी पसंद चुन सकें.”
इस्तीफा देते हुए ट्रूडो ने क्या कहा?
ट्रूडो ने सोमवार को कहा, “यह देश अगले चुनाव में एक असल विकल्प का हकदार है और यह मेरे लिए साफ हो गया है कि अगर मुझे आंतरिक लड़ाई लड़नी पड़ रही है, तो मैं उस चुनाव में सबसे अच्छा विकल्प नहीं हो सकता.”
ट्रूडो दो बार से कनाडा के पीएम चुने जा रहे हैं, हाल ही में 2021 में वे सत्ता में रहने में तो कामयाब रहे लेकिन उनकी पार्टी ने बहुमत खो दिया. तब से पोलिएवर की कंजर्वेटिव पार्टी ने राष्ट्रीय मतदान औसत में लिबरल पार्टी पर 20 फीसदी से ज्यादा की बढ़त बना ली है. ट्रूडो ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि पोलिएवर की रूढ़िवादी सोच कनाडाई लोगों के लिए सही नहीं है.