Breaking
विदिशा में अज्ञात वाहन ने बाइक में मारी टक्कर ,हुई दर्दनाक मौत रामबाई अस्पताल जमीनी विवाद: मारपीट व बलवा के आरोप में भाजपा नेता समेत 6 पर FIR, दो गिरफ्तार इंदौर में हथियारों का प्रदर्शन कर महिला और उसके साथियों ने मनाया जन्मदिन, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई कुंभ की तर्ज पर ‘सिंहस्थ-2028' के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणाली अपनाएगी MP सरकार- CM मोहन IT रेड में BJP नेताओं की करोड़ों की संपत्ति का पर्दाफाश, कांग्रेस बोली- जैसे अंग्रेजों ने देश को लूट... उज्जैन में जावरा हाईवे पर पलट गई पिकअप, 30 मजदूर घायल दतिया में बुआ के घर आई 11वीं की छात्रा ने किया सुसाइड, जांच में जुटी पुलिस 14 KG सोना, 3.89 करोड़ कैश, 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी… BJP के पूर्व विधायक के घर मिला खजाना, खुले... सामाजिक न्याय, सामूहिक विवाह और दिव्यांग सशक्तिकरण… CM मोहन यादव ने की समीक्षा बैठक ग्वालियर: डेढ़ साल से बंद हॉस्टल में रह रहा था डॉक्टर, जूनियर को बुलाया और कर दिया रेप

Google से लेकर Facebook तक सबकी आएगी शामत, इनके हाथ से निकलने वाली है ‘पैसा छापने की मशीन’

Whats App

डेटा चोरी के मामलों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. अब सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो या टेलीकॉम कंपिनयां सब पर लगाम कसने की पूरी तैयारी में है. सरकार के नए डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन रुल्स का असर स्टार्टअप और बड़ी टेक कंपनियों पर देखने को मिलेगा. नई शर्तों के के तहत कंपनियों को किसी भी तरह का डेटा देश से बाहर शेयर करने से पहले कमेटी से परमिशन लेनी होगी. नए रूल्स में क्या बदलाव आएंगे इसकी बारे में पूरी डिटेल्स नीचे पढ़ें.

टेलीकॉम कंपनियों को SDF का दर्जा

टेलीकॉम कंपनियों के पास कस्टमर्स का डेटा होता है. टेलीकॉम कंपनियों को SDF का दर्जा मिलेगा. टेलीकॉम कंपनियों के लिए SDF का मतलब Service Data Flow है. ये किसी कस्टमर को दी जा रही सर्विस के फ्लो को दिखाता है. इसमें किसी कॉल से जुड़े वॉयस डेटा का फ्लो, किसी वेबसाइट से स्ट्रीमिंग डेटा शामिल है.

Whats App

डेटा उल्लंघन पर जवाबदेह होंगी कंपनियां

अगर किसी भी तरह का डेटा उल्लंघन होने पर कंपनियों को जवाब देना होगा. अगर यूजर के पर्सनल डेटा के साथ छेड़छाड़ की जा रही है तो सोशल मीडिया, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन को अफेक्टेड इंडिविजुअल्स को इसकी पूरी जानकारी देनी होगी.

बिग टेक कंपनियों और सोशल मीडिया कंपनियों को कुछ डेटा भारत में रखना होगा. कंपनियों को सर्वर भारत में लगाने पड़ सकते हैं. इसके अलावा स्टार्टअप कंपनियों के लिए कंप्लायंस का कॉस्ट भी बढ़ सकता है.

इंस्टीटूशन्स के लिए नई गाइडलाइन्स

डेटा कलेक्शन के परमिशन लेने के लिए डिजिटल टोकन का इस्तेमाल कंपलसरी होगा. इसके साथ कंसेंट मैनेजर्स को डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड के साथ रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा. जिसकी कम से कम नेटवर्थ 12 करोड़ रुपये होनी चाहिए.

डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटक्शन एक्ट को अगस्त 2023 में ही परमिशन दे गई थी. इन रूल्स पर फीडबैक MyGov पोर्टल के जरिए 18 फरवरी 2025 तक आने की संभावना है.

विदिशा में अज्ञात वाहन ने बाइक में मारी टक्कर ,हुई दर्दनाक मौत     |     रामबाई अस्पताल जमीनी विवाद: मारपीट व बलवा के आरोप में भाजपा नेता समेत 6 पर FIR, दो गिरफ्तार     |     इंदौर में हथियारों का प्रदर्शन कर महिला और उसके साथियों ने मनाया जन्मदिन, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई     |     कुंभ की तर्ज पर ‘सिंहस्थ-2028′ के लिए सर्वोत्तम कार्यप्रणाली अपनाएगी MP सरकार- CM मोहन     |     IT रेड में BJP नेताओं की करोड़ों की संपत्ति का पर्दाफाश, कांग्रेस बोली- जैसे अंग्रेजों ने देश को लूटा था, वैसे ही भाजपा ने प्रदेश को लूट लिया     |     उज्जैन में जावरा हाईवे पर पलट गई पिकअप, 30 मजदूर घायल     |     दतिया में बुआ के घर आई 11वीं की छात्रा ने किया सुसाइड, जांच में जुटी पुलिस     |     14 KG सोना, 3.89 करोड़ कैश, 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी… BJP के पूर्व विधायक के घर मिला खजाना, खुले कई राज     |     सामाजिक न्याय, सामूहिक विवाह और दिव्यांग सशक्तिकरण… CM मोहन यादव ने की समीक्षा बैठक     |     ग्वालियर: डेढ़ साल से बंद हॉस्टल में रह रहा था डॉक्टर, जूनियर को बुलाया और कर दिया रेप     |