कोविड-19 को ध्यान मे रखते हुए सिमरिया घाट कल्पवास मेला की अनुमति से मिथिलांचल में हर्ष जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने दिया आदेश
बेगूसराय l अनमोल कुमार
सिमरिया धाम कल्पवास मेला मिथिला के पवित्र धरती पर मोक्षदायिनी पतित पावनी गंगा नदी राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि बिहट बेगूसराय मे कार्तिक मास कल्पवास मेला का प्रत्येक वर्ष आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों कारोबारी का जीव का चलता है मिथिला और मगध के सीमांचल पर अवस्थित कलवास मेले में पर्णकुटी बनाकर मिथिला वासी पूरे 1 माह तक सूर्य उपासना सूर्य आरती और गंगा स्नान का लाभ प्राप्त करते हैं इस अवसर पर साधु संतों का प्रवचन रामायण भागवत आदि का आयोजन किया जाता है l
सूर्य आरती का सुबह और शाम का आरती मनोरम छटा फैलाती है l
स्वामी चिदात्मन जी महाराज सिमरिया धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को सिमरिया धाम महाकुंभ की महिमा बताते हैं और श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन व्यवस्था और रहने के लिए निशुल्क धर्मशाला की व्यवस्था हमेशा कराते रहते हैं l