
अनमोल कुमार
पटना,24 अक्टूबर। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद लगभग साढ़े तीन साल बाद आज पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ। एयरपोर्ट से लेकर दस सर्कुलर रोड राबड़ी देवी के सरकारी आवास तक कार्यकर्ताओं के हुजूम ने जगह जगह फूल बरसा कर उनका स्वागत किया ।उनके साथ उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बेटी मिशा भारती भी दिल्ली से पटना आई। रविवार को देर शाम लगभग 6:30 बजे लालू प्रसाद एयर इंडिया के विमान से दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना हवाई अड्डा पर कार्यकर्ताओं का हुजूम उनकी एक झलक पाने के लिए बेचैन था ।लालू ने अपने सफेद कुर्ते पर हरे रंग का दुपट्टा डाल रखा था और उसके साथ में हरे रंग की गांधी टोपी भी पहन रखी थी। आरजेडी कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बनता था ।पूरा एयरपोर्ट का इलाका आरजेडी कार्यकर्ताओं से भरा पड़ा था ।उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों और हवाई अड्डे की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को लालू को हवाई अड्डे से गाड़ी तक लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी ।पत्रकारों ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन लालू बिना कुछ कहे अपनी गाड़ी में बैठ कर निकल गये। उनके बड़े बेटे तेजस्वी यादव लालू का बांह पकड़कर उन्हें गाड़ी में बिठाया और तेज प्रताप यादव उन्हें सहारा देते नजर आए ।लालू अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी निशा भारती के साथ सीधे 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पहुंच गया ।पूर्व मुख्य मंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के पास भी सुरक्षा चॉक चौबन्द थी। एसडीआरएफ के साथ ही यहां पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी काफी संख्या में तैनात है। सुबह से ही राबड़ी देवी का आवास और उसके आसपास का इलाका आरजेडी कार्यकर्ताओं के हुजूम से पटा पड़ा था। लालू के पटना आने पर उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा है कि गीदड़ों से कह दो बाहर न आये। शेर आ गया है ।
इसके पूर्व लालू प्रसाद ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि डॉक्टर ने उन्हें 1 महीने की दवा देकर छुट्टी दी है ।अगर उनका स्वास्थ्य ठीक रहा तो बिहार के दोनों उप चुनाव में प्रचार में भाग लेंगे। पत्रकारों के सवाल के जवाब में लालू ने कहा कि कांग्रेसी ने महागठबंधन से नाता तोड़कर बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा कि कुशेश्वरस्थान और तारापुर हम उन्हें जमानत जब्त कराने के लिए दे देते क्या ?पारिवारिक विवाद के संबंध में पूछे जाने पर लालू प्रसाद का कहना था कि दोनों उनके बेटे हैं । कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के बयान पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर लालू भड़क गए और कहा कि भक्त चरण दास भक चोंहर है।उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कोर्ट ने उन्हें जमानत देते वक्त यह शर्त रखी है कि वे चुनाव प्रचार में भाग नहीं ले सकते। लालू ने कहा कि जो लोग इस तरह की बात करते हैं वे दुष्प्रचार कर रहे हैं ।इधर लालू के पटना पहुचते हो एनडीए गठबंधन में खलबली मच गई है ।सत्ता के गलियारे में सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा और जेडीयू दोनों लालू को उपचुनाव में प्रचार के लिए के लिए जाने से रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने की जुगाड़ में लगे हैं। अपने आवास पर लालू ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगतानन्द और बड़े नेताओं के साथ विचार-विमर्श भी किया।हालांकि राजद कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए बेताब थे लेकिन उनकी उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए और कोविड-19 के कारण लालू प्रसाद को किसी से मिलने की इजाजत नहीं दी गई है। पटना पुलिस और जिला जिला प्रशासन के अधिकारी ने लालू प्रसाद के सुरक्षा व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।