उत्तर प्रदेश विधानसभा समेत पांच राज्यों में चुनाव जारी है | 10 मार्च को इसके नतीजे आ जाएंगे | एक तरफ कच्चे तेल का भाव आसमान छू रहा है और दूसरी तरफ पिछले 115 दिनों से पेट्रोल-डीजल के रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है | हालांकि, यह खुशी अब ज्यादा दिन रहने वाली नहीं है | कच्चे तेल के भाव के आधार पर पेट्रोल-डीजल का रेट 8 रुपए प्रति लीटर तक कम है | इक्रा की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिती नैयर ने कहा कि वैसे सटीक राशि के बारे में नहीं बता सकते, लेकिन यह 6-8 रुपए प्रति लीटर के रेंज में है | जिस समय चुनाव का ऐलान हुआ था उस समय कच्चे तेल का भाव 80 डॉलर था जो अभी 107 डॉलर तक पहुंच गया है |
सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करती है और इसे कोरोना पूर्व स्तर पर लेकर आती है तो सरकारी खजाने पर करीब 92000 करोड़ का बोझ बढ़ेगा | 10 मार्च को चुनाव खत्म होने के बाद कीमत में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है | ऐसे में कीमत पर कंट्रोल लाने के लिए सरकार के पास एक्साइज ड्यूटी में कटौती का विकल्प है | ऐसा नहीं करने पर रिटेल इंफ्लेशन बढ़ जाएगा जो बड़ी चुनौती होगी |
8 सालों बाद 100 डॉलर के पार पहुंचा कच्चा तेल
4 सितंबर 2014 के बाद पहली बार 24 फरवरी को भारत को कच्चा तेल 100 डॉलर के रेट पर खरीदना पड़ा | रूस और यूक्रेन के बीच संकट के कारण कच्चे तेली की कीमत में तेजी आई है | रूस दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक है |