पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बीच विरासत को लेकर चल रही सियासत लगता है थमने वाली है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों भाइयों की बीच चल रही अदावत को खत्म करने का रास्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने निकाल लिया है। काफी अरसे से आरजेडी के पोस्टर से आउट चल रहे तेज प्रताप यादव (Tej Prtap Yadav) को फिर से पार्टी के पोस्टर में जगह दी गई है। पटना में राबड़ी आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव के साथ ही तेज प्रताप यादव की तस्वीर भी लगाई गई है। इस पोस्टर के बाद इस बात की चर्चा तेज हो रही है कि, लालू यादव के दखल के बाद दोनों भाइयों के बीच की तल्खी में कमी आई है।
‘बिहार मतलब लालू और लालू मतलब बिहार’
राबड़ी आवास के बाहर लगे इस पोस्टर में लालू यादव की बड़ी तस्वीर लगाई गई है। जबकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव की तस्वीर भी इस पोस्टर में लगी है। इसके साथ ही यह भी लिखा गया है कि बिहार का मतलब लालू और लालू का मतलब बिहार।
तेज प्रताप को मनाने पहुंचे थे लालू
लालू यादव लंबे अरसे बाद रविवार को बिहार पहुंचे। इस दौरान एयरपोर्ट पर तेजस्वी और तेज प्रताप यादव दोनों उन्हें रिसीव करने पहुंचे थे। लेकिन राबड़ी आवास के बाहर से तेज प्रताप लौट गए और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एमएलसी सुनील सिंह और तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव के खिलाफ कई आरोप लगाए। उसके बाद तेज प्रताप यादव अपने सरकारी आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। तेज प्रताप के हठ के बाद लालू यादव और राबड़ी देवी उन्हें मनाने पहुंचे थे। रविवार की रात ही तेज प्रताप यादव, राबड़ी आवास पहुंचे। इस दौरान परिवार की तरफ से उन्हें मनाने की कोशिश की गई। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा था कि, उपचुनाव में अगर पिताजी (लालू यादव) प्रचार के लिए साथ ले जाएंगे तो वे जरूर जाएंगे।