Local & National News in Hindi
ब्रेकिंग
रास्ते में छात्रा को रोका, गले पर चाकू रख बोला- चीर दूंगा इसका गला… सनकी आशिक की करतूत- छात्र ध्यान दें… नोएडा में कल बंद रहेंगे सभी स्कूल, DM ने जारी किया आदेश; महाशिवरात्री के चलते लिया ... दिल्ली-NCR वाले ध्यान दें! कालिंदी कुंज से नोएडा के बीच भीषण जाम, कल तक बंद रहेंगे ये रूट; जानें क्य... नीला ड्रम, हनीमून मर्डर और अब टाइल्स में दबा पति… ‘दृश्यम’ जैसी मर्डर मिस्ट्री की ऐसे खुली पोल 18 लाख मृतक, 26 लाख हो चुके हैं शिफ्ट… चुनाव आयोग ने SIR को लेकर जारी किए ये फैक्ट जम्मू-कश्मीर पुलिस कांस्टेबल के साथ टॉर्चर, SC का फैसला- 50 लाख रुपये का मुआवजा दें पुल से गुजर रही थी Train तभी अचानक नीचे से खिसक गई जमीन, देखें खौफनाक मंजर होने जा रहा बड़ा ऐलान! CM मान ने Chandigarh में बुला लिए सभी मंत्री... महाकाल की सवारी में मोहन की भक्ति! ऐसा डमरू बजाया, कि झूम उठा भक्तों का हुजूम मैहर : खदान में भरे पानी में डूबने से दो बहनों की मौत, परिवार में छाया मातम

कोरोना वायरस टेस्ट के नए किट को मिली मंजूरी, सिर्फ 5 मिनट में आएगी रिपोर्ट

38

वाशिंगटन: अमेरिका की एक प्रयोगशाला ने कोरोना वायरस का एक ऐसा जांच किट ईजाद किया है जो महज पांच मिनट में बता सकता है कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं। खास बात यह है कि यह इतना हल्का और छोटा किट है कि इसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना बेहद आसान है। एबॉट लेबोरेटरीज ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के खाद्य एवं औषध प्रशासन (एफडीए) ने जल्द से जल्द, अगले हफ्ते तक स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को इसे मुहैया कराने के लिए इसे आपात मंजूरी दी है।

कंपनी ने शुक्रवार को प्रेस को जारी किए एक बयान में कहा कि अणु संबंधी तकनीक पर आधारित इस जांच में, अगर कोई व्यक्ति संक्रमित नहीं है तो इसका पता भी 13 मिनट में लग जाएगा। कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य संचालन अधिकारी रॉबर्ट फोर्ड ने कहा, ‘‘कोविड-19 वैश्विक महामारी से विभिन्न मोर्चो पर लड़ा जाएगा और मिनटों में नतीजे देने वाले पोर्टेबल आणविक जांच से इस वायरस से लड़ने के लिए आवश्यक नैदानिक हल मिलेगा।” फोर्ड ने कहा कि जांच किट सूक्ष्म होने का मतलब है कि इसे उन अस्पतालों के बाहर लगाया जा सकता है कि जहां कोविड-19 के काफी मामले आ रहे हैं।

न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एबोट की नई जांच किट बड़ा गेम चेंजर होगी, क्योंकि मौजूदा समय में अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों में भी प्रयोगशाला परीक्षण के लिए 24-48 घंटे खुली हैं। ये टेस्ट बहुुत महंगा और समय लेने वाला है। पहले सैंपल इकट्ठे किए जाते है। फिर उसे आरटी-पीसीआर जांच के माध्यम से प्रयोगशाला में सैंपल का टैस्ट किया जाता है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.