आयोग ने डीजीपी से चार सप्ताह में मांगा जवाब
जबलपुर शहर की गोरखपुर पुलिस लाईन निवासी आवेदिका पुलिस इंस्पेक्टर सुश्री अर्चना नागर ने पुलिस अधीक्षक, जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा पर लैंगिक शोषण एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उसके मानव अधिकारों का हनन कर उसे गरिमामय जीवन जीने के अधिकार से वंचित करने की शिकायत मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को की है। आवेदिका ने बीते शुक्रवार (एक अप्रैल 2022) को मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन से समक्ष मिलकर एक विस्तृत आवेदन में अपनी लिखित शिकायत दी है। आयोग ने आवेदिका की शिकायत दर्ज कर ली है। आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति जैन ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), मध्यप्रदेश से इस मामले में चार सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग के रजिस्ट्रार (ला) द्वारा चार अप्रैल को डीजीपी को इस आशय का पत्र भी भेज दिया गया है। पत्र में आयोग ने डीजीपी को निर्देशित किया है कि वे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) या पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) स्तर के अधिकारी से आवेदिका की शिकायत में पुलिस अधीक्षक, जबलपुर पर लगाये गये सभी प्रकार के आरोपों की गहन जांच कराकर इस संबंध में अपना तथ्यात्मक प्रतिवेदन 29 अप्रैल 2022 के पहले आयोग को अनिवार्यतः भिजवायें।