भोजपुरी गीतों में अश्लीलता के खिलाफ कदम उठाएगी बिहार सरकार, जनता दरबार में CM नीतीश कुमार ने दिए संकेत
पटना। बिहार की सरकार सामाजिक सरोकारों के प्रति हमेशा तत्पर रहती है। राज्य में हरियाली को बढ़ावा देने, नशा और दहेज के खिलाफ सरकार के स्तर से भी अभियान चलते रहता है। अब इस बात के संकेत हैं कि सरकार भोजपुरी और राज्य की अन्य स्थानीय भाषाओं में अश्लील गीतों पर पर कदम उठा सकती है। इसके संकेत खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार में दिए। भोजपुरी के सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बक्सर के नंद कुमार तिवारी ने सीएम से मिलकर इस बाबत मांग रखी। इस पर सीएम ने संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर कर कहा कि इनका सुझाव सही है। गलत चीजों को रोका जाना चाहिए।
पूरे बिहार से जनता दरबार में पहुंचे हैं लोग
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए बिहार के अलग-अलग हिस्सों से लोग आज पटना पहुंचे हैं। महीने दूसरे सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य व समाज कल्याण विभाग से जुड़े मामलों को सुनते हैं। इसके अलावा पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला संस्कृति एवं युवा, वित्त, श्रम संसाधन व सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई भी आज होगी।
आनलाइन रजिस्ट्रेशन के आधार पर जनता दरबार में मिलता है प्रवेश
जनता दरबार में मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। आनलाइन रजिस्ट्रेशन के वक्त शिकायत का संक्षिप्त विवरण देना होता है। इसके आधार पर सरकार की ओर से अप्वाइंटमेंट दिया जाता है। निर्धारित तिथि को फरियादी के पटना आने की व्यवस्था संबंधित जिले के डीएम करते हैं। जनता दरबार में कई बार शिकायतों का आन स्पाट समाधान भी हो जाता है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि जनता दरबार में आवेदन पड़ते ही मुख्यमंत्री तक पहुंचने से पहले संबंधित अधिकारी मामले को निपटा देते हैं।