
ग्लासगो। ‘बेसिक’ समूह की ओर से बोलते हुए सोमवार को भारत ने चेतावनी दी कि जलवायु वित्त के प्रति एक गंभीर रुख का अभाव जलवायु अनुकूलन और देशों के ‘नेट जीरो’ उत्सर्जन लक्ष्य को जोखिम में डाल देगा। ‘बेसिक’, चार देशों-ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन-का समूह है।
भारत ने पिछले हफ्ते कहा था कि जलवायु वित्त 2009 के स्तर पर जारी नहीं रह सकता। उसने यह भी कहा था कि उसे उम्मीद है कि नई प्रतिबद्धताओं के मद्देनजर एक हजार अरब डालर (75 लाख करोड़ रुपये) के जलवायु वित्त को यथाशीघ्र पूरा किया जाएगा।भारत की तरफ से मुख्य वार्ताकार व पर्यावरण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव रिचा शर्मा ने यहां 26 वें अंतरराष्ट्रीय जलवायु सम्मेलन में बेसिक समूह का बयान जारी करते हुए कहा कि नए वित्त के लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्पष्ट समय सीमा और तीव्र गति की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘बेसिक समूह आगाह करना चाहेगा कि जलवायु वित्त के प्रति गंभीर रुख के अभाव से जलवायु अनूकूलन और देशों का नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य जोखिम में पड़ जाएगा।’