मुंबई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया और कमजोर हो गया है, इसके साथ ही यह अभी तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपया 77.42 पर पहुंच गया, जो अभी तक का रुपये का सबसे निचला स्तर है। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने और विदेशी फंड के बहिर्वाह के कारण ऐसा हुआ है। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 77.17 पर खुला और फिर 77.42 तक गिर गया, जो पिछले बंद से 52 पैसे की गिरावट है। इससे पहले शुक्रवार को रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 55 पैसे टूटकर 76.90 पर बंद हुआ था।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि आर्थिक दृष्टिकोण और बढ़ती बॉन्ड यील्ड की चिंताओं के कारण वैश्विक इक्विटी में कमजोरी से डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया सोमवार को कमजोर होकर खुला। फॉरेक्स व्यापारियों ने कहा, मुद्रास्फीति के बारे में बढ़ती चिंताओं के बीच जोखिम लेने की इच्छा कमजोर हो गई है, जो वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा अधिक आक्रामक दरों में वृद्धि को गति प्रदान कर सकती है।
यूएस यील्ड बढ़ने और उच्च ब्याज दरों के डर से डॉलर इंडेक्स 0.35 प्रतिशत बढ़कर 104.02 पर कारोबार कर रहा था। इसके अलावा, एशियाई और उभरते बाजारों की सोमवार की सुबह कमजोर शुरुआत हुई। वहीं, घरेलू इक्विटी बाजार के मोर्चे पर देखें तो 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 737 अंक या 1.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,098.58 अंक पर कारोबार कर रहा था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 220.25 अंक या 1.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,191.00 अंक पर कारोबार कर रहा था।
इनके अलावा वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.14 प्रतिशत बढ़कर 112.55 डॉलर प्रति बैरल हो गया। बता दें कि स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे, क्योंकि उन्होंने 5,517.08 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की।