Breaking
बिहार में पूर्व पार्षद विजय झा गिरफ्तार, पत्नी हिरासत में…आयकर विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में... फुटपाथ से 9 महीने के बच्चे को उठाकर महिला ने 58 हजार में बेचा; बच्चा चोरी गैंग का पर्दाफाश दिल्ली पुलिस झूठ फैला रही, CM आवास से DVR लेकर गई है… स्वाति मालीवाल मामले पर बोली AAP कोलकाता में कांग्रेस कार्यालय के सामने मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर पर पोती गई कालिख, फिर दूध से धोया... इस दिन रिलीज होगा ‘गुल्लक’ का चौथा सीजन, ट्रेलर आया सामने ‘ICC ट्रॉफी जीतने का मौका…’ टीम इंडिया के कोच बनने को लेकर क्या बोले जस्टिन लैंगर? चुनाव के बीच इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर, कितनी रह सकती वृद्धि दर? WhatsApp Status पर अपलोड होंगे लंबे वीडियो, सिर्फ इन लोगों को मिलेगा फायदा आज भी मौजूद है द्वापर युग का कालिया नाग, भगवान कृष्ण के श्राप से बना पत्थर गाजा में इजराइल ने फिर मचाई तबाही, एयरस्ट्राइक में 20 लोगों की ली जान

अपना दृष्टिकोण

Whats App

एक कन्या ने अपने पिता से कहा, ‘मैं किसी पुरातत्वविद् से विवाह करना चाहती हूं।’  पिता ने पूछा, ‘क्यों?’ कन्या बोली, ‘पिताजी! पुरातत्वविद् ही एक ऍसा व्यक्ति होता है जो पुरानी चीजों को ज्यादा मूल्य देता है। मैं भी ज्यों-ज्यों पुरानी होती जाऊंगी, बूढ़ी होती जाऊंगी, मेरा मूल्य भी बढ़ता जाएगा। वह मेरे से नफरत भी नहीं करेगा। पुरातत्वविद् यह नहीं देखता कि वस्तु कितनी सुन्दर है, कितनी असुन्दर है। वह इतना देखता है कि वस्तु कितनी पुरानी है। यह उसके मूल्यांकन की दृष्टि होती है।’
कहने का अर्थ यह कि मूल्यांकन का अपना-अपना दृष्टिकोण होता है। मूल्यांकन का हमारा भी एक दृष्टिकोण है। अध्यात्म की साधना करने वाले व्यक्ति का अपना एक दृष्टिकोण होता है मूल्यांकन का और वह उसका स्वयं का दृष्टिकोण होता है, किसी से उधार लिया हुआ नहीं। उसका दृष्टिकोण बदले, चरित्र बदले। वह पुराना ही न रहे, नया बने। पुरानेपन का आग्रह छूटे। साधना में पुरातत्वविद् की दृष्टि काम नहीं देती। वहां नयेपन का आयाम खुलता है और सदा नया बना रहने की आकांक्षा बनी रहती है।
प्रत्येक समझदार आदमी का प्रयत्न सप्रयोजन होता है। ध्यान की साधना करने वाले व्यक्ति का साध्य है- रूपान्तरण दृष्टि का रूपान्तरण, चरित्र का रूपान्तरण। ‘अहं’ को ‘अर्हम्’ में बदलना। अहं और अर्हम् में केवल एक मात्रा का अन्तर है। साधक अहं को छोड़कर अर्हम् बनना चाहता है। एक मात्रा का अर्जन करना है। अहम् पर ऊध्र्व र लगे, ऐसा प्रयत्न करना है। तब साधना सफल हो जाती है।

बिहार में पूर्व पार्षद विजय झा गिरफ्तार, पत्नी हिरासत में…आयकर विभाग की छापेमारी में भारी मात्रा में कैश-गोल्ड जब्त     |     फुटपाथ से 9 महीने के बच्चे को उठाकर महिला ने 58 हजार में बेचा; बच्चा चोरी गैंग का पर्दाफाश     |     दिल्ली पुलिस झूठ फैला रही, CM आवास से DVR लेकर गई है… स्वाति मालीवाल मामले पर बोली AAP     |     कोलकाता में कांग्रेस कार्यालय के सामने मल्लिकार्जुन खरगे की तस्वीर पर पोती गई कालिख, फिर दूध से धोया गया पोस्टर     |     इस दिन रिलीज होगा ‘गुल्लक’ का चौथा सीजन, ट्रेलर आया सामने     |     ‘ICC ट्रॉफी जीतने का मौका…’ टीम इंडिया के कोच बनने को लेकर क्या बोले जस्टिन लैंगर?     |     चुनाव के बीच इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर, कितनी रह सकती वृद्धि दर?     |     WhatsApp Status पर अपलोड होंगे लंबे वीडियो, सिर्फ इन लोगों को मिलेगा फायदा     |     आज भी मौजूद है द्वापर युग का कालिया नाग, भगवान कृष्ण के श्राप से बना पत्थर     |     गाजा में इजराइल ने फिर मचाई तबाही, एयरस्ट्राइक में 20 लोगों की ली जान     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374