जल संकट से निपटने हैंडपंपों में डाली विद्युत मोटर, हाई-लो वोल्टेज से जले विद्युत पंप, ग्रामीण बोले-इससे तो हैंडपंप ही अच्छे थे
जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई गई है, लेकिन बिजली की कमी और मोटर पंप खराब हो जाने से कई गांवों में लोग पानी के लिए परेशान हैं।ऐसा ही मामला जतारा जनपद के ग्राम पंचायत केशवगढ़ का सामने आया है। जहां पीएचई विभाग की ओर से लगाए गए हैंडपंपों में विद्युत मोटर डाल दी गई, लेकिन अब मोटर खराब हो जाने से लोग बूंद-बूंद पानी को परेशान है।ग्रामीणों का कहना है कि पहले यहां पीएचई विभाग ने हैंडपंप लगाए गए थे। जिनसे पानी की पूर्ति होती रहती थी, लेकिन हैंडपंपों को निकालकर पीएचई विभाग ने मोटरें डाल दीं है। अब हाल यह है कि एक भी मोटर नहीं चल रही है। जिससे ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं।गांव की रामरतन कुशवाहा, रागीलाल यादव ने बताया कि अगर मोटरें नहीं चल रही हैं, तो वापस हैंडपंप लगा दिए जाएं। जिससे लोगों को परेशानी न हो। गांव के लोगों का कहना है कि विभाग ने जब से हैंडपंप निकालकर विद्युत मोटर डाली है, तब से समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है।गांव के पुष्पेंद्र प्रजापति ने बताया कि एक तो भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर पानी के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया तो जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर आंदोलन करेंगे।ठेकेदार को दिए निर्देशइस मामले में पीएचई विभाग के जतारा एसडीओ पीआर कुम्हार ने बताया कि आंगनबाड़ी और स्कूल में लगे 2 हैंडपंपों में मोटर डाली गई थी। ग्रामीणों से हैंडपंपों में डाली गई विद्युत मोटर खराब होने की शिकायत मिली है। इस संबंध में ठेकेदार को सुधार के निर्देश दिए गए हैं