गोपालगंज। कोल्ड स्टोरेज कारोबारी रामाश्रय सिंह हत्याकांड में गिरफ्तारी को लेकर खाक छानते रह गई पुलिस.
गोपालगंज। भोरे के चर्चित कोल्ड स्टोरेज व्यवसायी
रामाश्रय सिंह हत्याकांड मामले में आज तकरीबन 2 साल से फरार चल रहे, मुख्य आरोपी ब्रजकिशोर सिंह उर्फ बुची सिंह ने गोपालगंज न्यायिक दंडाधिकारी राजीव पांडेय की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है, बता दें कि पुलिस इनकी गिरफ्तारी को लेकर आज 2 साल से खाक
छान रही थी, लेकिन इस हत्याकांड से जुड़े एक भी आरोपी को भोरे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई, हालांकि मामले के कुछ आरोपी पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद बाहर है, इस कांड में भद् पिटवाने वाली भोरे पुलिस कुछ आरोपियों के घर की कुर्की जब्ती करने का दावा कर चुकी है,जो सही है,
पेट्रोल पंप का नव निर्माण करा रहे रामाश्रय सिंह को बाइक सवार बदमाशों ने गोलियों से था भुना।
13 जून 2019 को भोरे के कोल्ड स्टोरेज व्यवसायी वा बसदेवा गांव निवासी भोरे के खजूरहा में एक नये पेट्रोल पम्प का निर्माणकार्य करवा रहे थे . तभी दो बाइक पर आए पांच अपराधियों ने उन्हें गोलियों से भून डाला था , जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी . हत्या करने के बाद अपराधी मृतक का पिस्टल और गले से सोने की चेन लेकर फरार हो गए . इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया था . तब पुलिस ने हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया था .
मृतक के भाई ने 9 लोगों पर दर्ज कराई थी नामजद प्राथमिकी।
इस मामले में मृतक के बड़े भाई हरि नारायण सिंह कुशवाहा ने भोरे थाने में नौ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी । जिसमे भोरे बाजार निवासी
ब्रजकिशोर सिंह उर्फ बुच्ची सिंह ,राजू सिंह , विवेक सिंह , विनय मिश्र भदवही, पप्पू मिश्र , संजय मिश्र ,मिश्र खजुरहा,भोरे गांव निवासी अधिवक्ता राघवेंद्र सिंह और उनके भाई प्रभुनाथ सिंह,सहित बसदेवा गांव निवासी अवधेश गोंड के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी,
विशाल सिंह एंड कंपनी ने दिया था वारदात को अंजाम,
लेकिन कांड अनुसंधान में जुटी गोपालगंज पुलिस ने इस कांड में संलिप्त विशाल सिंह एंड कंपनी के पांच बदमाशो को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के अंदर डाल दिया था, इन लोगों ने गोपालगंज के तत्कालीन एसपी मनोज तिवारी के समक्ष घटना में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार कर ली थी । बाद में पुलिस ने इन अपराधियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र भी दायर कर दिया था ।
फरवरी माह में सीआईडी ने किया था 120 बी के तहत मामले को ट्रू
इधर सीआईडी की तरफ से सत्र 2020 फरवरी माह में नामजद आरोपियों के खिलाफ धारा 120 बी के तहत कांड को टू कर दिया गया, सीआईडी से मामला टू होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने धर पकड़ शुरू कर दिया, लेकिन भोरे पुलिस को इस कांड में कामयाबी हाथ नही मिली, इसी मामले में फरार चल रहे ब्रज किशोर सिंह उर्फ़ बुची सिंह ने आज गोपालगंज
कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
रंजीत शाही।