हरदोई: हरदोई में कोर्ट के आदेश का पालन कराने में पुलिस प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। समाजसेवी का आरोप है कि भूमाफियाओं ने महर्षि दयानंद सरस्वती के द्वारा निर्मित आर्य समाज मंदिर का अपमान किया है। जिसमें ताला डालकर पीएसी लगाई गई और सभी आर्य समाज की संस्थाओं व संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा करके करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। जिस पर हरदोई जनपद के भाजपा नेता समेत कई अन्य लोग काबिज है, जिसमें कोर्ट ने उन्हें बेदखल किया है।इस मामले में समाजसेवी व प्रदेश महासचिव शिवसेना अंकित गुप्ता के द्वारा पूर्व में लोकायुक्त में परिवाद दर्ज कराया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के विरुद्ध लोकायुक्त की रिपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के द्वारा पदमुक्त करने की संस्तुति की गई थी।प्रशासन अब तक नहीं करा सका कब्जामुक्तसाथ ही पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव रंजन मिश्र को जिला न्यायाधीश ने समस्त आर्य समाज के स्थलों को पदमुक्त करते हुए इनके सभी अधिकार समाप्त किए थे, फिर भी अभी तक प्रशासन उक्त भूमि को कब्जामुक्त न करा सका है। जिला न्यायाधीश के आदेश पुलिस प्रशासन के लिए कोई मायने नहीं रखते है।भूमाफियाओं के हौसले बुलंदइसी वजह से 15 नवंबर 2022 को हुए आदेश का अब तक पालन नहीं कराया जा सका है। जिससे पुलिस प्रशासन की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। साथ ही भूमाफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि उन पर समाजसेवी अंकित गुप्ता को जान से मारने की धमकी देने के आरोप लग रहे हैं।
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