उन्नाव: रास्ता के लिए सामग्री लेकर पहुंचे मजदूर।उन्नाव से फूलबाग को जाने वाली 220 केवी लाइन का टॉवर पिछले साल गंगा कटान में समा गया था। इस बार दो टॉवर एक पास बनाये जाने हैं। जिसको लेकर क्रेनें पहुंच चुकी हैं। जलभराव के चलते बोरियां डालकर मार्ग बनाने की कवायद की जा रही है। टावर बनने में करीब चार माह से अधिक समय लगेगा जिसको लेकर काम तेजी से शुरू कर दिया गया है।लगभग सत्रह करोड़ की लागत से दो ट्रांसमिशन टॉवर बनाये जाने हैं। मुजफ्फर नगर की टेक्निकल कांट्रेक्शन कंपनी टॉवर बनायेगी। सुपरवाइजर वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि टॉवर का कार्य तेजी से किया जाना है, इसलिये एक की जगह दो क्रेनें मंगाई गई हैं। मशीनें बड़ी होने के चलते टॉवर स्थल तक क्रेनें लाने के लिये रास्ते में काफी दूर तक जलभराव है। जिससे मार्ग बनाने के लिये कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। जिससे समय जाया हो हो रहा है। वेद के अनुसार टॉवर खड़ा करने के लिये उसका बेसमेंट मजबूत हो इसलिये 36 से 40 मीटर नीचे कोठी बनाई जायेगी। जिससे कटान में कोई भी टॉवर को नुकसान न हो सके। बताया कि रास्ता बनाने में लगभग एक सप्ताह का समय लग जायेगा। जिसके बाद टॉवर खड़ा करने के लिये बेसमेंट का काम शुरू किया जायेगा। इसके लिये आधा सैकड़ा पश्चिम बंगाल से मजदूर भी लगेंगे। जिससे कार्य समय पर हो सके।सप्लाई शुरू होने से पहले गंगा में समा गया था टावरपश्चिम इलाके में पिछले साल गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई तो एक टावर गंगा में समा गया विद्युत सप्लाई शुरू नहीं हुई थी नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी इस बार विभाग का मानना है मजबूती के साथ एक ही साथ दो टावर बनाए जाएंगे जिससे किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो और विद्युत आपूर्ति शुरू हो सके।
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