बठिंडा: पंजाब के बठिंडा में AIIMS (एम्स) के करीब 50 कर्मचारियों ने कैंसर पीडितों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए एक पहल शुरू की है। यहां डॉक्टरों, नर्सों, मेडिकल छात्रों और इंटर्न्स ने विग बनाने के लिए अपने बाल दान किए। इनका इस्तेमाल कैंसर मरीजों के लिए विग बनाने में किया जा रहा है। ये विग मरीजों को मुफ्त में बांटे जाएंगे।एम्स के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. सपना भट्टी ने कहा कि कीमोथैरेपी के बाद सिर के सारे बाल झड़ना सामान्य बात है। लेकिन कई मरीज खासकर महिलाएं इससे परेशान हो जाती हैं। बाल झड़ने से परेशान होकर एक महिला की आत्महत्या का प्रयास हैरान कर देता है। इसके बाद हमने बाल दान कर मरीजों के लिए विग बनाने का फैसला किया।बठिंडा एम्स के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग और जॉइन टू गेदर संस्था द्वारा बाल दान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह संस्था गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का काम करती है। इस कैंप में बठिंडा के हेयर स्टाइलिस्ट हेड मास्टर ने हेयर कटिंग और स्टाइलिंग की। डॉ. सपना भट्टी के अनुसार बालों का विकास त्वचा की सतह के नीचे से होता है। प्रत्येक बाल एक चक्र के विभिन्न चरणों से गुजरता है। कीमोथेरेपी बालों के विकास और बालों के रोम को नियंत्रित करती है।
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