नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ‘डिजिटल इंडिया क्रियान्वयन किसी को भी बाहर छोड़ने (एक्सक्लूजनरी) की प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह आम आदमी के फायदे के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी से शासन को चोरी में शामिल लोगों से निपटने की ताकत मिलती है। लेखी ने उन आंकड़ों का उल्लेख भी किया जहां सरकार को प्रौद्योगिकी के माध्यम से बड़ी संख्या में फर्जी खातों का ‘पर्दाफाश’ करने में मदद मिली। इसमें इसतरह के लोग शामिल थे जो पात्र नहीं होने के बावजूद सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे।
लेखी ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी सुशासन को पोषित करता है और यह वंचित लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करता है साथ ही चोरी में शामिल लोगों से निपटने की ताकत भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि भारत के लिये ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘अंत्योदय’ लोगों की सेवा करने के दो महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं जो दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिये भी हैं।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
Breaking
नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनाएं, अगले 6 महीने में PoK भारत का होगा… महाराष्ट्र में बोले CM योगी
नोएडा: थाने में फांसी के फंदे से क्यों झूला योगेश? 2 महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद खुला राज
जब खाकी वर्दी बनी कातिल… इश्क, अपहरण और हत्या मामले में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा
Kalki 2898 AD Update: प्रभास-दीपिका की ‘कल्कि’ का हिस्सा होंगी कीर्ति सुरेश, ऐसा होगा रोल!
IPL ट्रॉफी नहीं, रोहित और धोनी की ये चीजें चाहते हैं विराट कोहली
सोमवार को 8 राज्यों के 49 शहरों में बंद रहेंगे बैंक, ये है बड़ी वजह
क्या है रैंसमवेयर और कैसे करता है आपको टारगेट? बचने के लिए नोट करें ये बातें
कड़ी सुरक्षा के बीच होती है इस देवी की पूजा, चौक से नहीं निकली कभी बाहर
हमास के नक्शेकदम पर ईरान… पूरे देश में नीचे बना रखी है अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी?
गर्मी के मौसम में फ्रिज में भूलकर भी न रखें ये 5 फल, बन जाते हैं कूड़ा
Next Post