उज्जैन। जिले में दिल्ली-मुंबई के प्रमुख जंक्शन नागदा रेलवे स्टेशन पर फूड प्लाजा से बासी भोजन के पैकेट मिलने पर हंगामा हो गया। उक्त पैकेट इलेक्शन स्पेशल ट्रेन में सवार सशस्त्र सीमा बल को दिए जा रहे थे। भोजन में बदबू आने पर जवानों ने रेलवे पटरियों पर पैकेट फेंक नाराजगी व्यक्त की। सूचना मिलते ही आरपीएफ का अमला स्टेशन पर मुस्तैद हो गया। गुजरात चुनाव की ड्यूटी में लगे सशस्त्र सीमा बल के जवान एवं अधिकारी चुनाव होने के बाद अपने-अपने गंतव्य को इलेक्शन स्पेशल ट्रेन से लौट रहे थे। मंगलवार दोपहर 1.30 बजे ट्रेन का नागदा जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर खाने के पैकेट के लिए स्टापेज हुआ। फूड प्लाजा पर भोजन पैकेट के लिए जवानों की भीड़ लग गई। भोजन बदबू वाला निकलने पर जवानों ने हंगामा कर दिया। अधिकतर ने तो भोजन के पैकेट रेलवे पटरी पर फेंक दिए। इसके बाद अगली ट्रेन दोपहर ढाई बजे पहुंची तो इसमें भी इसी प्रकार की स्थिति निर्मित हुई।
गंदगी के बीच खुले में बन रहा था खाना
फूड प्लाजा जोन के पीछे अस्थायी टेंट लगाकर भोजन बनाया जा रहा है, वहां गंदगी का अंबार है। बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं गया, जबकि स्टेशन मास्टर भी वहां से कई बार गुजरते हैं। गंदगी में भोजन बनने की शिकायत भी पूर्व में आरआइसीटीसी को हो चुकी है।
डिलेवरी चालान पर कमांडर ने लिखा घटिया भोजन
एसएसबी के कमांडर ने भोजन पैकेट के डिलेवरी चालान पर घटिया भोजन की बात लिखी है। उन्होंने लिखा कि आपने जो खाना दिया है, गुणवत्ता के अनुसार नहीं है। खाने में बदबू है। उक्त चालान को आइआरसीटीसी के धीरेंद्र गिरी के नाम जीआरपीएफ के कमांडर प्रदीप कुमार सिंह ने रिसीव किया है। इस संबंध में जब गिरी से चर्चा की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि तिरुपति कंपनी का ठेका है। मैं कुछ नहीं कर सकता।
इनका कहना
बीएसफ के जवानों की ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकी थी। उनके कमांडर ने बासी भोजन की शिकायत की थी। हमने भी देखा तो भोजन बासी था। उनकी शिकायत लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है।
-प्रदीप कुमार सिंह, कमांडर, जीआरपीएफ