विश्व कप के सर्वाधिक गोल स्कोरर को प्रतिष्ठित गोल्डन बूट का खिताब मिलता है। 2022 विश्व कप के फाइनल में फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे ने तीन गोल दाग गोल्डन बूट अपने नाम किया है। इससे पहले अर्जेंटीना के लियोनल मेसी ने भी फाइनल में दो गोल किए और वह सात गोल कर गोल्डन बूट के दावेदारों में शामिल थे, लेकिन वह एम्बाप्पे से पार नहीं पा सके। पिछले 44 साल और 11 विश्व कप में सिर्फ दूसरी बार ऐसा मौका आया है, जब गोल्डन बूट जीतने वाले फुटबॉलर ने एक विश्व कप में छह से ज्यादा गोल किए हैं।
यह उपलब्धि 20 साल पहले 2002 के विश्व कप में ब्राजील के दिग्गज रोनाल्डो ने आठ गोल कर हासिल की थी। इस अपवाद को छोड़ दें तो इन 44 सालों में किसी भी फुटबॉलर ने छह से ज्यादा गोलकर गोल्डन बूट नहीं जीता था। इस बार एम्बाप्पे, मेसी और जिरूड के सामने छह गोल के रिकॉर्ड को सुधारने का मौका था और एम्बाप्पे ने यह सुनहरा मौका नहीं छोड़ा।
रोनाल्डो के 2002 में आठ गोल के बाद 2006 और 2010 के विश्व कप में तो पांच-पांच गोल पर ही गोल्डन बूट मिला। विश्व कप के इतिहास में सर्वाधिक 16 गोल करने वाले जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज ने 2006 में और जर्मनी के ही थॉमस मूलर ने 2010 के विश्व कप में पांच-पांच गोल कर गोल्डन बूट जीता। 2014 में कोलंबिया के जेम्स रॉड्रिगेज और और 2018 में इंग्लैंड के हैरी केन ने छह-छह गोल कर यह खिताब जीता।
फीफा विश्व कप के 92 साल के इतिहास में सिर्फ तीन ही ऐसे मौके आए हैं जब विश्व कप जीतने वाली टीम के फुटबॉलर ने गोल्डन बूट जीता है। मेसी के पास चौथा खिलाड़ी बनने का शानदार मौका था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। पहली बार यह उपलब्धि 1978 के विश्व कप में अर्जेंटीना के मारियो केंपस ने छह गोल कर हासिल की थी। उसके बाद 1982 में इटली के पाउलो रोसी ने छह गोल कर और 2002 में ब्राजील के रोनाल्डो ने गोल्डन बूट जीता।
मेसी के पास भी गोल्डन बूट जीतने का मौका है
इस विश्व कप में लियोनल मेसी ने सात और एम्बाप्पे ने आठ गोल किए और एम्बाप्पे ने गोल्डन बूट अपने नाम किया है। एम्बाप्पे ने फाइनल में हैट्रिक गोल दागे। फाइनल में तीन गोल दागने वाले वह सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने।