इस पैसे से वह हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद मंडल के मल्लापुर में आधा एकड़ जमीन खरीदना चाहता था। उसने 70 लाख रुपये का एग्रीमेंट किया था और 20 लाख रुपये एडवांस के तौर पर चुकाए थे। शेष 85 लाख रुपये में से श्रीनिवास रेड्डी ने अपने बैंक खाते में 42.5 लाख रुपये और बाकि अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के खाते में जमा किए। दंपति के छोटे बेटे हर्षवर्धन रेड्डी जो हैदराबाद के निजाम कॉलेज में फर्स्ट ईयर का छात्र हैं ने अपने पिता के खाते से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर कहा कि वह जमीन के मालिक को दे देगा।
ऑनलाइन गेम खेलने के आदी हो चुके हर्षवर्धन रेड्डी ने ऑनलाइन कसीनो में किश्तों में पैसा लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही हफ्तों में उसका पूरा पैसा डूब गया। जब उसके माता-पिता ने रुपयों के बारे में पूछा तब सारी बात बता दी। दंपति और उनके बड़े बेटे सिरपाल रेड्डी सुनकर सदमे में है।