Breaking
नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनाएं, अगले 6 महीने में PoK भारत का होगा… महाराष्ट्र में बोले CM योगी नोएडा: थाने में फांसी के फंदे से क्यों झूला योगेश? 2 महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद खुला राज जब खाकी वर्दी बनी कातिल… इश्क, अपहरण और हत्या मामले में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा Kalki 2898 AD Update: प्रभास-दीपिका की ‘कल्कि’ का हिस्सा होंगी कीर्ति सुरेश, ऐसा होगा रोल! IPL ट्रॉफी नहीं, रोहित और धोनी की ये चीजें चाहते हैं विराट कोहली सोमवार को 8 राज्यों के 49 शहरों में बंद रहेंगे बैंक, ये है बड़ी वजह क्या है रैंसमवेयर और कैसे करता है आपको टारगेट? बचने के लिए नोट करें ये बातें कड़ी सुरक्षा के बीच होती है इस देवी की पूजा, चौक से नहीं निकली कभी बाहर हमास के नक्शेकदम पर ईरान… पूरे देश में नीचे बना रखी है अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी? गर्मी के मौसम में फ्रिज में भूलकर भी न रखें ये 5 फल, बन जाते हैं कूड़ा

मुस्लिम महिलाएं ‘खुला’ के जरिये परिवार अदालत में ले सकती हैं तलाक : मद्रास HC

Whats App

मद्रास हाईकोर्ट ने अपने एक निर्णय में कहा है कि मुस्लिम महिलाओं के पास यह विकल्प है कि वे ‘खुला’ (तलाक के लिए पत्नी द्वारा की गई पहल) के जरिये अपनी शादी को समाप्त करने के अधिकार का इस्तेमाल परिवार अदालत में कर सकती हैं, ‘शरीयत काउंसिल’ जैसी निजी संस्थाओं में नहीं। अदालत ने कहा कि निजी संस्थाएं ‘खुला’ के जरिये शादी समाप्त करने का फैसला नहीं दे सकतीं,ना ही विवाह विच्छेद को सत्यापित कर सकती हैं।

अदालत ने कहा, ‘‘वे न्यायालय नहीं हैं और ना ही विवादों के निपटारे के लिए मध्यस्थ हैं।” अदालत ने कहा कि ‘खुला’ मामलों में इस तरह की निजी संस्थाओं द्वारा जारी प्रमाणपत्र अवैध हैं। उल्लेखनीय है कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को जारी किए गए ‘खुला’ प्रमाणपत्र को रद्द करने का अनुरोध करते हुए उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर की थी। न्यायमूर्ति सी. सरवनन ने इस मामले में अपने फैसले में शरीयत काउंसिल ‘तमिलनाडु तौहीद जमात’ द्वारा 2017 में जारी प्रमाणपत्र को रद्द कर दिया।

फैसले में कहा गया है कि मद्रास हाईकोर्ट ने बदीर सैयद बनाम केंद्र सरकार,2017 मामले में अंतरिम स्थगन लगा दिया था और उस विषय में ‘प्रतिवादियों (काजियों) जैसी संस्थाओं द्वारा ‘खुला’ के जरिये विवाह-विच्छेद को सत्यापित करने वाले प्रमाणपत्र जारी किये जाने पर रोक लगा दिया था। अदालत ने कहा कि एक मुस्लिम महिला के पास यह विकल्प है कि वह ‘खुला’ के जरिये शादी को समाप्त करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल परिवार अदालत में कर सकती है और जमात के कुछ सदस्यों की एक स्वघोषित संस्था को ऐसे मामलों के निपटारे का कोई अधिकार नहीं है।

नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनाएं, अगले 6 महीने में PoK भारत का होगा… महाराष्ट्र में बोले CM योगी     |     नोएडा: थाने में फांसी के फंदे से क्यों झूला योगेश? 2 महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद खुला राज     |     जब खाकी वर्दी बनी कातिल… इश्क, अपहरण और हत्या मामले में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा     |     Kalki 2898 AD Update: प्रभास-दीपिका की ‘कल्कि’ का हिस्सा होंगी कीर्ति सुरेश, ऐसा होगा रोल!     |     IPL ट्रॉफी नहीं, रोहित और धोनी की ये चीजें चाहते हैं विराट कोहली     |     सोमवार को 8 राज्यों के 49 शहरों में बंद रहेंगे बैंक, ये है बड़ी वजह     |     क्या है रैंसमवेयर और कैसे करता है आपको टारगेट? बचने के लिए नोट करें ये बातें     |     कड़ी सुरक्षा के बीच होती है इस देवी की पूजा, चौक से नहीं निकली कभी बाहर     |     हमास के नक्शेकदम पर ईरान… पूरे देश में नीचे बना रखी है अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी?     |     गर्मी के मौसम में फ्रिज में भूलकर भी न रखें ये 5 फल, बन जाते हैं कूड़ा     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374