प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने बाइडन और अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच हुए समझौते को गलत ठहराया है। किम यो जोंग ने कहा है कि उत्तर कोरिया के परमाणु खतरों से निपटने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच हुए नए समझौते के जवाब में उनका देश अपनी सैन्य शक्ति का और अधिक प्रदर्शन करेगा। जोंग ने कहा कि यह समझौता उत्तर कोरिया के प्रति इन दोनों देशों की ‘अत्यधिक’ शत्रुता को दर्शाता है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पर निजी हमले भी किए। बाइडन और उनके दक्षिण कोरियाई समकक्ष यून सुक येओल ने उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे का मुकाबला करने के लिए एक नयी योजना का अनावरण किया था। इस दौरान, बाइडन ने कहा था कि उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिका या उसके सहयोगियों एवं भागीदारों के खिलाफ किया जाने वाला परमाणु हमला अस्वीकार्य होगा और इसका परिणाम इस तरह की कार्रवाई करने वाले शासन का अंत होगा। दोनों देशों के बीच समझौते के तहत उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे को रोकने के प्रयास के तहत दक्षिण कोरिया में समय-समय पर अमेरिका की परमाणु पनडुब्बियों को तैनात करने, दोनों देशों के बीच प्रशिक्षण को मजबूत करने और अन्य कदम उठाने का आह्वान किया गया है। बाइडन और यून की शिखर वार्ता ऐसे समय में हुई थी, जब कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ गया है।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के हथियारों के परीक्षण और अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यासों में तेजी आई है। उत्तर कोरिया 2022 की शुरुआत से अब तक करीब 100 मिसाइल का प्रक्षेपण कर चुका है। बाइडन और यून की मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हमला किए जाने की स्थिति में राष्ट्रपतियों के स्तर पर द्विपक्षीय विचार-विमर्श करने और अमेरिका के परमाणु हथियारों समेत गठबंधन की पूरी ताकत का तेजी से, अप्रत्याशित तरीके से और निर्णायक तरीके से इस्तेमाल करने का संकल्प लिया। मीडिया में आई जोंग की टिप्पणियों में कहा गया है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच हुए समझौते ने उत्तर कोरिया के खिलाफ उनकी ‘सबसे शत्रुतापूर्ण और आक्रामक कार्रवाई की मंशा’ को प्रतिबिंबित किया है और यह क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को ‘और अधिक गंभीर खतरे’ में धकेल देगा।