उदयपुर के जाने माने शिक्षाविद्, लाफ्टर गुरु डाॅ. प्रदीप कुमावत ने वर्ल्ड लाफ्टर डे पर दूध तलाई में एक हजार लाफ्टर योगा बनाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। हास्य योग गुरू डाॅ. प्रदीप कुमावत ने योग में हास्य की एक हजार नई विधाओं का प्रदर्शन किया।प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी वर्ल्ड लाफ्टर डे डाॅ. प्रदीप कुमावत के नेतृत्व में दूध तलाई में तीस संगठनों, संस्थाओं के सहयोग से मनाया गया, जिसमें सभी लोगो ने हंसकर लाफ्टर योगा का आनंद उठाया। इसमें पर्यटकों, विदेशी पर्यटको ने भी आनंद उठाया।
इस अवसर पर डाॅ. कुमावत ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में इतना तनाव है कि तनाव के कारण हास्य नहीं रहा, मुस्कराहट नहीं रही, आन्तरिक प्रसन्नता उसको प्राप्त नहीं हो रही है। ऐसे में लाफ्टर योगा अपने आप में ऐसी विधा है जिसमें नकली हंसी धीरे-धीरे असली हंसी में परिवर्तित हो जाती है और दूसरों की नकली हंसी देखकर स्वयं की असली हंसी में परिवर्तित होती है।इस अवसर पर डाॅ. कुमावत ने करीब 70 हास्य योगा कराकर लोगों को केवल गुदगुदाया ही नहीं, बल्कि उससे जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी। इस बार 70 नये लाफ्टर योगा पहली बार करवाए गये।
उन्होंने कहा कि 15 मिनिट का हास्य योग एक घंटे के योग के बराबर ऑक्सीजन शरीर को देता है, जिससे रक्त संचार बढ़ता है तथा ब्लड प्रेशर नार्मल होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में तनाव मुक्ति के लिये हास्य योग सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। “प्रसन्नचित परमानन्द दर्शन” प्रसन्नचित में ही ईश्वर के दर्शन है। हास्य योग केवल हंसने की प्रक्रिया नहीं वरन् अपने आप में पूर्ण योग है तथा मूल योग के समकक्ष आकर पूरी तरह रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करता है।