हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों पर लाठीचार्ज का मामला गरमा गया है। किसान नेताओं ने इसके खिलाफ बड़े आंदोलन की प्लानिंग की है। इसका एलान आज हो सकता है। साथ ही हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा करने की मांग भी उठी है। यहां पढ़िए मामले से जुड़ा हर अपडेट
किसान संगठनों के बडे़ नेता कुरुक्षेत्र पहुंच रहे हैं। यहां बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। किसान नेताओं का कहना है कि हरियाणा की मनोहरलाल सरकार दमन कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह प्रदर्शन प्रदेश के अन्य हिस्सों तक पहुंच सकता है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में क्यों हुआ किसानों पर लाठीचार्ज
सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की मांग को लेकर किसान कुरुक्षेत्र के जीटी रोड पर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद लाठीचार्ज करके किसानों खदेड़ दिया।
किसानों के प्रदर्शन के कारण शाहाबाद में दिल्ली- चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर जाम लग गया ता। इसे खुलवाने में पुलिस को करीब छह घंटे लगे। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि जब कोई अन्य उपाय न बचे तभी बल प्रयोग कर जाम खुलवाना चाहिए।
इस दौरान भारतीय कियान यूनियन (भाकियू) नेता गुरनाम सिह चढ़ूनी, प्रवक्ता राकेश बैंस सहित 144 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया। उन्हें अलग-अलग पुलिस थानों में रखा गया है।
पुलिस कार्रवाई के विरोध में देर शाम करनाल, यमुनानगर, कैथल, जींद सहित कई जिलों किसान सड़कों पर उतर आए और जाम लगा दिया।