जकार्ता: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान-भारत बैठक और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बृहस्पतिवार सुबह इंडोनेशिया पहुंच गए। इस दौरान प्रधानमंत्री सामरिक रूप से अहम क्षेत्र के अन्य देशों के साथ भारत की साझेदारी के संबंध में चर्चा करेंगे। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘जकार्ता पहुंच गया हूं। आसियान से संबंधित बैठकों तथा इस धरती को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न नेताओं से मुलाकात करने को लेकर उत्सुक हूं।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान से जुड़ी बैठकों में हिस्सा लेने के लिए जकार्ता पहुंच गए। यह अहम क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर आसियान और ईएएस के नेताओं के साथ जुड़ने का अवसर है।” जकार्ता के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने अपने बयान में ‘आसियान’ के साथ जुड़ाव को भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक ‘महत्वपूर्ण स्तंभ’ करार दिया और कहा कि पिछले वर्ष हुई व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने दोनों पक्षों के संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है। इंडोनेशिया, ‘आसियान’ (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन) के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
आसियान को क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है और भारत तथा अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके संवाद भागीदार हैं। बैठक के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के लिए रवाना होंगे और वीरवार शाम करीब 6 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली पहुंचेंगे। अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों के साथ अहम द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ बैठक भी शामिल है। जी-20 शिखर सम्मेलन नौ और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित होने वाला है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत अन्य नेता विकासशील और विकसित देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे।