मंदसौर। नई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के मप्र के हिस्सें में 245 किमी का काम पूरा हो गया हैं और बुधवार से इस पर आवागमन के लिए खोल दिया गया। पर मंदसौर जिले में अभी कई जगह लोगों ने इस पर आने-जाने के अवैध रास्ते बना रखे हैं जो एक्सप्रेस वे पर तेज गति से गुजरने वाले वाहनों की दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। इधर पहले दिन से लगभग 2.45 रुपये प्रति किमी की दर से टोल वसूली तो शुरू कर दी गई हैं पर मार्ग पर मिलने वाली सुविधाएं ठीक नहीं हैं।
अभी पेट्रोल पम्प भी चालू नहीं हुए हैं और न ही रेस्टोरेंट व अन्य सुविधाएं मिलेगी। इसलिए अगर कोई वाहन चालक इस पर यात्रा कर रहे हैं तो पहले से ही अपने वाहनों का टैंक फूल कराकर रखे। इधर एक्सप्रेस वे के नीचे बने अंडर पास व अन्य रास्तों पर पानी भरा हुआ हैं।
भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे 8 लेन की अधिकृत शुरुआत बुधवार से हो गई। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) द्वारा गुजरात व राजस्थान में अभी तक निर्माण नहीं किया हैं। इससे फिलहाल इस एक्साप्रेस वे पर मंदसौर जिले के भानपुरा के नीमथूर से झाबुआ जिले के ग्राम टिमरवानी(थांदला) तक के 245 किमी की दूरी ही तय की जा सकेगी।
हालांकि एक्सप्रेस वे यह दूरी दो से ढाई घंटे में पूरी होने का दावा किया जा रहा हैं। पर थांदला से आगे गुजरात व नीमथूर के आगे राजस्थान में काम अधूरा होने से अभी दिल्ली व मुंबई की कनेक्टिविटी का लाभ नहीं मिलेगा। अभी बताया जा रहा है कि छह माह तक एक्सप्रेस वे पर पेट्रोल-डीजल पम्प, न ही नाश्ता -भोजन व ठहरने के लिए भी कुछ नहीं हैं। मप्र के इस हिस्से पर यात्रा के दौरान टोल तो पूरा चुकाना ही होगा। लेकिन सुविधा अधूरी ही मिलेगी।
अवैध रास्ते चालू, अंडर पास ठीक नहीं बने
मंदसौर जिले में ही एक्स प्रेस वे पर आने-जाने के लिए लोगों ने कई जगह अवैध रास्ते बना लिए हैं। इन रास्तों से सभी तरह के वाहन आना-जाना कर रहे हैं। गोपालपुरा-तितरोद के बीच में एक रास्ताे खुला हुआ हैं। सुरजनी के पास वाला बुधवार को ही बंद किया गया हैं। इधर एनएचएआई द्वारा बनाए गए अंडरपास में अधिकांश जगह पानी भरा हुआ हैं। बेलारी से सुरजनी के बीच बनाए गए अंडरपास में पानी भरा हुआ हैं इससे लोगों को वाहन निकालने में परेशानी हो रही हैं। इसके अलावा खेतों पर आना-जाना भी परेशानी भरा हैं।
इतना लग रहा है टोल
एक्सप्रेस-वे में टोल की दरें उस हिस्से- में आई लागत पर आधारित रहेगी। जिस खंड में पुल-पुलिया और इंटरचेंज अधिक होंगे वहा टोल ज्यादा देना होगा। नीमथूर से चलने वाली कार को टिमरवानी में उतरने पर 520 रुपये देना होंगे। ट्रक बस के लिए यही दर 1760 रुपये होगी। नीमथूर से गरोठ जाने के लिए 60 रुपये देना होंगे। हालांकि टोल की दरे कार, बस, ट्रक, मल्टीे एक्सेरल व बड़ी साइज वाले वाहनों के लिए अलग-अलग होगी। कार व हल्के वाहनों के लिए टोल 2.20 रुपये से 2.25 रुपए प्रति किमी तक वसूला जाएगा। जो ट्रक के लिए यह 7 से 7.35 रुपये प्रति किमी तक हो सकती हैं।
तय स्पीड से ज्यादा तेज चले तो कटेगा चालान
एक्सप्रेस-वे पर मंदसौर जिले के गरोठ या सीतामऊ से मुंबई अथवा दिल्ली के लिए समान रुप से 6 से 7 घंटे का वक्त लगेगा। फिलहाल एक्सप्रेस वे पर दुपहिया वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा। चार पहिया व बड़े वाहन 120 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड पर चल सकेंगे। इससे ज्यादा वाहनों की गति मिलने पर चालान कटेगा। वाहनों की स्पीड पर नियंत्रण रखने के लिए पूरे मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
बुधवार से टोल शुरु हो गए हैं। मप्र के 245 किमी के हिस्से में होटल, पेट्रोल पंप के टेंडर लग गए है। अगले छह माह में सभी शुरु हो जाएंगे। इसके बाद लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा।
– रविंद्र गुप्ता, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचआई, मप्र
13 घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली से मुंबई
नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया द्वारा बनाए जा रहे एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से मुंबई तक की कुल दूरी 1380 किलोमीटर है। इसमें मध्यप्रदेश का 244.5 किलोमीटर का हिस्सा बनकर तैयार हैं। रतलाम जिले में 90 किमी, झाबुआ जिले में 50.95 किमी व मंदसौर में 102 किमी एक्सरप्रेस वे बना है। इसके पूरा शुरू होने पर लोगों का सफर काफी आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे से मुंबई से दिल्ली का सफर 12 से 13 घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी तकरीबन 22 घंटे का समय लग जाता है।