मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि दिल्ली में प्रदूषण कम हो गया है। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण कम हुआ है। दिल्ली कई शहरों से बेहतर है।’ दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सर्दियों के आगामी मौसम में राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार को शीतकालीन योजना की घोषणा की। सरकार ने पूरी दिल्ली में 13 हॉस्टपॉट चिन्हित किया है, जिसके लिए एक्शन प्लान बनाया गया है और हर एक हॉटस्पॉट के लिए वॉर रूम बनाया गया है।
गंभीर प्रदूषण के स्तर में आई कमी
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तथा ‘ईवी’ नीति सरीखी सरकार की पहल के कारण ही पिछले आठ वर्षों में गंभीर प्रदूषण के स्तर वाले दिनों में कमी आई। उन्होंने शीतकालीन कार्रवाई योजना की घोषणा करते हुए कहा कि पराली के निस्तारण के लिए पिछले वर्ष 4,400 हेक्टेयर में पूसा बायोडिकम्पोजर का छिड़काव किया गया था, इस वर्ष 5000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर इसका छिड़काव किया जाएगा। पूसा बायोडिकम्पोजर का निर्माण भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) ने किया था ।
कचरा जलाने पर प्रतिबंध, 611 टीम करेगी निगरानी
यह एक प्रकार का द्रव्य है जो पराली का निस्तारण 15-20 दिन में कर देता है। सरकार धूल प्रदूषण रोकने के लिए पानी की बौछार करने वाले 530 उपकरणों का इस्तेमाल करेगी तथा 385 टीम वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्रों की जांच करेंगी ताकि निर्धारित सीमा से अधिक पुराने वाहनों को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध है और 611 टीम इसकी निगरानी करेंगी। उन्होंने लोगों से ‘ग्रीन दिल्ली’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और प्रदूषण पैदा करने वाली किसी भी गतिविधि की सूचना सरकार को देने का भी आग्रह किया।