कनाडा लंबे समय से अपने और अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन बनाने की चाहत रखने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक लोकप्रिय Destination रहा है। टाइम्स हायर एजुकेशन और क्यूएस रैंकिंग के अनुसार, कनाडाई विश्वविद्यालय लगातार दुनिया के Top educational institutions पर बने हुए हैं। हालाँकि, भारत और कनाडा के बीच हालिया राजनयिक विवाद कनाडा में पढ़ने के इच्छुक भारतीय छात्रों के लिए चिंता का कारण बन गया है।
पिछले कुछ वर्षों में, कनाडाई सरकार ने अपनी वीज़ा पाॅलीसी और immigration programs में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अधिकांश नए Study परमिट अब 60-दिवसीय सेवा मानक (service standard) के अंदर प्रोसेसड किए जा रहे हैं।
2018 में, कनाडा ने भारत, चीन, फिलीपींस और वियतनाम सहित चुनिंदा देशों के छात्रों के लिए Study परमिट आवेदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (एसडीएस) कार्यक्रम की शुरुआत की। SDS आवेदकों को भाषा दक्षता और वित्तीय आवश्यकताओं सहित विशिष्ट पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक था।
Study परमिट प्राप्त करने की प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं, और यह पहचानना आवश्यक है कि processing का समय एक देश से दूसरे देश में काफी अलग हो सकता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की सलाह दी जाती है कि आपकी इच्छित Study अवधि शुरू होने से पहले आपका परमिट संसाधित हो जाए। अधिकांश कनाडाई Post-secondary educational programs आम तौर पर सितंबर, जनवरी या मई में अपनी पढ़ाई शुरू करते हैं। हालाँकि, यह ध्यान देने योग्य है कि कुछ programs इन पारंपरिक तिथियों के बाहर प्रवेश की पेशकश करते हैं।
चूंकि विदेशी नागरिक अपने चुने हुए संस्थान से acceptance letter के बिना Study परमिट आवेदन शुरू नहीं कर सकते हैं, इसलिए स्कूलों और रुचि के कार्यक्रमों के लिए प्रारंभ तिथियों और आवेदन प्रक्रियाओं की अग्रिम रूप से जांच करना अनिवार्य है। यह Proactive Approach Approval Letter प्राप्त करने और बाद में Study परमिट आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय देगा।
कोरोना का प्रभाव
COVID-19 महामारी के दौरान, जिसने दुनिया भर में यात्रा प्रतिबंधों को मजबूर किया, सरकार ने उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए ऑनलाइन सीखने की सुविधा के लिए उपाय पेश किए जो कनाडा की यात्रा नहीं कर सकते थे और Study परमिट आवेदन की समय सीमा के संबंध में लचीलापन प्रदान किया। महामारी के जवाब में, कनाडा ने 2021 में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का समर्थन करने के लिए अस्थायी उपाय पेश किए, जिससे छात्रों को अपनी PGWP Eligibility के लिए विदेश में ऑनलाइन Study में बिताए गए समय की गणना करने की अनुमति मिली। graduate level की पढ़ाई के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्रों की कनाडा में काम करने की क्षमता को सुविधाजनक बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण बदलाव था।
इन उपायों में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक अस्थायी दो-चरणीय अनुमोदन प्रक्रिया भी शामिल है जो अपने आवेदन के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ प्रदान नहीं कर सके लेकिन distance education programs को आगे बढ़ाने का विकल्प चुना। इस अस्थायी प्रक्रिया के तहत, प्रारंभिक मंजूरी मिलने के बाद आवेदक विदेश में अपने ऑनलाइन Study के समय को अपने पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट में गिन सकते हैं, बशर्ते कि वे सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हों। हालाँकि, उन्हें अभी भी कनाडा की यात्रा से पहले शेष दस्तावेज़ जमा करने और पूरी तरह से अनुमोदित Study परमिट प्राप्त करने की आवश्यकता है।
इन उपायों के अलावा, immigration, refugee और नागरिकता कनाडा (आईआरसीसी) 2024 तक अपने छात्र वीजा कार्यक्रम में एक विश्वसनीय संस्थान ढांचा पेश करने की भी योजना बना रहा है। यह ढांचा अंतर्राष्ट्रीय छात्र कार्यक्रम (आईएसपी) को आधुनिक बनाने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है। हालांकि विशिष्ट विवरण सीमित हैं, इसका का मकसद durable penetration, genuine छात्रों की पहचान, अनुपालन निगरानी, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुभव की समग्र गुणवत्ता जैसे मानदंडों के आधार पर माध्यमिक संस्थानों का मूल्यांकन करना है।
Study परमिट के लिए अहम दस्तावेज की जरूरत
फिलहाल अभी अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को कनाडा में Study परमिट के लिए आवेदन करने के लिए उनके संबंधित प्रांतीय या क्षेत्रीय सरकारों द्वारा अनुमोदित नामित शिक्षण संस्थानों (डीएलआई) से एक स्वीकृति पत्र की आवश्यकता होती है। यह ढांचा डीएलआई के बीच दो-स्तरीय संरचना भी स्थापित करेगा, जिसमें कुछ को विश्वसनीय संस्थानों के रूप में मान्यता दी जाएगी और अन्य को नहीं।
भारत-कनाडा राजनयिक विवाद
हालाँकि, पिछले कुछ दिनों से राजनयिक परिस्थितियों के कारण भारत और कनाडा के बीच चल रही असहमति, साथ ही भारत सरकार द्वारा हाल ही में घोषित वीज़ा सेवाओं के निलंबन ने कई छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए अनिश्चितता पैदा कर दी है। इस अप्रत्याशित विकास ने छात्रों को कनाडा में उनकी शैक्षिक योजनाओं और उनकी समग्र सुरक्षा के बारे में चिंताओं के साथ भ्रमित कर दिया है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और मजबूत संबंध हैं और राजनयिक तनाव समय-समय पर सामने आ सकते हैं।