अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि 22 जनवरी 2024 को खुद पीएम मोदी मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं, अब इन मंदिरों की देखभाल के लिए पुजारियों की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है। जानकारी दे दें कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी के पदों के लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया है। बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।
बता दें कि रामलला की पूजा-अर्चना वैष्णव मत के रामानंदीय परंपरा से होती है। ऐसे में अर्चक का आवेदन करने वाले को गुरुकुल शिक्षा प्राप्त और रामानंदीय परंपरा से दीक्षा लिया हुआ होना चाहिए। ट्रेनिंग के बाद पुजारी के लिए उसका चयन किया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी के पदों के लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया है।
आयुसीमा और पात्रताएं
पुजारी पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु सीमा 20 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उसे रामानंदीय परंपरा से दीक्षा लिया होना चाहिए। इसके साथ गुरुकुलीय शिक्षा से होना चाहिए। बता दें कि अयोध्या में रामलला की पूजा वैष्णव मत के रामानंदीय परंपरा से होती है। उम्मीदवार अगर अयोध्या से होंगे तो उन्हें तरजीह दी जाएगी। चयनित उम्मीदवारों के रहने खाने की व्यवस्था तीर्थ क्षेत्र द्वारा की जाएगी।