Breaking
जमीन के लिए खून का प्यासा बना भतीजा, चाचा को मारी गोली, हालत गंभीर सस्ते नहीं, महंगे घरों की बढ़ रही है डिमांड, इस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा स्कूल और घरों में भी सेफ नहीं बच्चे, केरल में थम नहीं रहा मासूमों का यौन शोषण बिहार में बेहाल मास्टर जी! कम पड़ रहा वेतन, स्कूल के बाद कर रहे डिलीवरी बॉय का काम बिहार: अररिया-हाजीपुर और किशनगंज में सांस लेना मुश्किल, 11 जिले रेड जोन में; भागलपुर और बेगूसराय में... मेरठ में महिला से छेड़छाड़ पर बवाल, 2 पक्षों के लोग आमने-सामने; भारी पुलिस बल तैनात अर्पिता मुखर्जी को मिली जमानत, बंगाल में शिक्षक भर्ती स्कैम में ED ने जब्त किया था करोड़ों कैश महाराष्ट्र का अगला CM कौन? दो दिनों के बाद भी सस्पेंस बरकरार फिर विवादों में IPS रश्मि शुक्ला, देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, EC से की एक्श... महाराष्ट्र में हार के बाद INDIA ब्लॉक में रार, ममता को गठबंधन का नेता बनाने की मांग

टिकट वितरण के बाद बागियों का खतरा..! बीजेपी में पंधाना–मांधाता से उठे बगावती सुर, पार्टी को भुगतना पड़ सकता है खामियाजा

Whats App

खंडवा। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की वोटिंग का समय काफी नजदीक आता जा रहा है। खंडवा जिले की चारो सीटों पर भाजपा तथा कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। इसके बाद अब दोनों ही राजनीतिक दलों को भीतरघात तथा बागियों का खतरा सता रहा है। खंडवा में जहां कुंदन मालवीय को टिकट दिए जाने का विरोध हुआ तो वहीं भाजपा के दो नेता अब बगावती सुर अपनाते नजर आ रहे हैं।

 पंधाना विधानसभा में भाजपा ने महज ढाई–तीन माह पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आई छाया मोरे को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद क्षेत्र के आदिवासी बीजेपी नेता चिंताराम जगताप ने बगावती सुर अपना लिए हैं। हालांकि चिंताराम ने खुद निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात तो नहीं की है, लेकिन उन्होंने निर्दलीय को समर्थन देने का एलान जरूर किया है। वही मांधाता में भाजपा ने नारायण पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो 2018 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। फिर 2020 में बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव लड़कर विधायक बने।

इस बार फिर से भाजपा ने नारायण पटेल को टिकट दिया है, इसके विरोध स्वरूप क्षेत्र के भाजपा नेता और पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संतोष राठौर ने नारायण पटेल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संतोष राठौर ने समर्थकों तथा जनता से बात कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है। बता दे कि संतोष राठौर बीजेपी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री भी हैं। अब देखना यह होगा की एन वक्त पर बड़े नेताओं द्वारा बगावत करना कब तक जारी रहता है, क्योंकि अभी नामांकन शुरू हुए है, जो 30 तारीख तक जारी रहेंगे।

जमीन के लिए खून का प्यासा बना भतीजा, चाचा को मारी गोली, हालत गंभीर     |     सस्ते नहीं, महंगे घरों की बढ़ रही है डिमांड, इस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा     |     स्कूल और घरों में भी सेफ नहीं बच्चे, केरल में थम नहीं रहा मासूमों का यौन शोषण     |     बिहार में बेहाल मास्टर जी! कम पड़ रहा वेतन, स्कूल के बाद कर रहे डिलीवरी बॉय का काम     |     बिहार: अररिया-हाजीपुर और किशनगंज में सांस लेना मुश्किल, 11 जिले रेड जोन में; भागलपुर और बेगूसराय में बढ़ी ठंड     |     मेरठ में महिला से छेड़छाड़ पर बवाल, 2 पक्षों के लोग आमने-सामने; भारी पुलिस बल तैनात     |     अर्पिता मुखर्जी को मिली जमानत, बंगाल में शिक्षक भर्ती स्कैम में ED ने जब्त किया था करोड़ों कैश     |     महाराष्ट्र का अगला CM कौन? दो दिनों के बाद भी सस्पेंस बरकरार     |     फिर विवादों में IPS रश्मि शुक्ला, देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, EC से की एक्शन की मांग     |     महाराष्ट्र में हार के बाद INDIA ब्लॉक में रार, ममता को गठबंधन का नेता बनाने की मांग     |