गोपालगंज: बिहार में दुर्गा पूजा को लेकर खुशियों का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर सोमवार (23 अक्टूबर) की शाम गोपालगंज में एक बड़ा हादसा हो गया। गोपालगंज के राजा दल पंडाल के पास मेला देखने वालों की अधिक भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गई। इस घटना में 17 से ज्यादा लोग घायल हो गए जिनमें से चार को गोरखपुर रेफर किया गया है। अन्य घायलों का इलाज सदर अस्पताल गोपालगंज में चल रहा है। घटना रात के 8.30 बजे के आसपास की बताई जा रही है।
डीएम ने भगदड़ की जांच के आदेश दिए
डीएम ने भगदड़ के जांच का आदेश दिया है। सदर अनुमंडल के एसडीओ के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। लोगों का आरोप है कि भीड़ की संभावना को देखते हुए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी नहीं थे। सोमवार की रात गोपालगंज में दुर्गा पूजा के मेले में दर्दनाक हादसा हो गया। नगर थाना क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास राजा दल पंडाल में भगदड़ मच गई जिस में दो महिला और एक बच्चे की मौत हो गई।
निकलने का रास्ता सही नहीं
घटना के बाद डीएम नवल किशोर चौधरी और एसपी स्वर्णप्रभात मौके पर पहुंचे। डीएम ने भगदड़ के जांच का आदेश दिया है। सदर अनुमंडल के एसडीओ के नेतृत्व मेंपूरेमामलेकी जांच कराई जाएगी। इस बीच स्थानीय लोगों का आरोप है कि भीड़ की संभावना को देखते हुए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को नहीं लगाया गया था। यह भी कहा जा रहा हैकि भी ज्यादा थी जबकि निकलने का रास्ता सही नहीं था। पहले बाहर निकालने की होड़ में भगदड़ मच गई और एक बच्चा जमीन पर गिर गया जिसे उठाने में दो महिलाओं की जान चली गई। हालांकि, इस दौरान एक और बच्चा जख्मी हुआ था जिसे बचा लिया गया। लगभग 20 घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन, वहां डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं थे। इसेलेकर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। प्रशासन की फटकार के बाद डॉक्टर अस्पताल पहुंचे। डीएम ने सिविल सर्जन को इस मामले में शो कॉज किया है। इस घटना में मरने वालों की पहचान कर ली गई है। जिस बच्चे की मौत हुई उसका नाम आयुष कुमार था। वह माझा थाना क्षेत्र के सनाठ मठिया निवासी दिलीप राम का पुत्र था। मौत की शिकार एक महिला 55 वर्षीय उर्मिला देवी कुचायकोट के सासामुसा निवासी रविंद्र शाह की पत्नी थी जबकि, दूसरी महिला नगर थाना के बसडीला निवासी भोज शर्माकी 60 वर्षीय पत्नी शांति देवी थी।
डीएम ने कहा है कि फिलहाल स्थिति को नॉर्मल कर लिया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीम घटना की जांच में जुट गई है। सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। सभी पूजा समितियों को आदेश दिया गया है कि सुबह 9 से 4 बजे शाम तक ही पंडालों में लोगों का प्रवेश दिया जाए। उसके बाद लोग अपने घरों में रहेंगे। दुर्गापूजा के मेले में शाम में ही भीड़ जुटती है।