गोवा के कोलवाल केंद्रीय कारागार में दशहरे का जश्न मनाते हुए कैदियों द्वारा रावण का पुतला जलाए जाने का मामला सामने आया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में जेल के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। जेल के महानिरीक्षक ओमवीर सिंह ने शुक्रवार को उत्तर गोवा में कोलवाल की केंद्रीय जेल में तैनात सहायक अधीक्षक चंद्रकांत हरिजन, जेलर महेश फाडते और अनिल गांवकर तथा सहायक जेलर रामनाथ गौड़े का निलंबन आदेश जारी किया।
जेल में पटाखों से रावण का पुतला जलाया
सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है, जिनमें कैदियों को दशहरे की पूर्व संध्या पर जेल परिसर में पटाखों से रावण का पुतला जलाते हुए देखा जा सकता है। दशहरा उत्सव के दौरान देशभर में रावण के पुतले जलाए जाते हैं। इस साल दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया गया।
जांच पूरी होने तक जेल अधिकारी निलंबित
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ‘‘निलंबन आदेश में कहा गया है कि जेल अधिकारियों को यह जवाब देना होगा कि कैदियों को पूर्व अनुमति के बिना पुतला बनाने की अनुमति कैसे दी गई। इसकी भी जांच की जाएगी कि जेल परिसर में मोबाइल फोन की अनुमति कैसे दी गई।” उन्होंने बताया कि निलंबन आदेश में कहा गया है कि यह घटना जेल की सुरक्षा के मुद्दे को दिखाती है। अधिकारी ने कहा, ‘‘इस प्रकरण के लिए मुख्य रूप से जेल अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है, इसलिए जांच पूरी होने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है।”