इंदौर। नावदा पंथ स्थित एक कारखाने में सौंफ में ग्रीन आक्साइड अखाद्य रंग मिलाकर इसे बाजारों में बेचा जा रहा था। शुक्रवार को खाद्य विभाग की टीम पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि अरिहंत ट्रेडर्स पर दबिश दी गई। सौंफ को कृत्रिम तरीके से रंगीन कर हरा किया जा रहा था।
फर्म अरिहंत ट्रेडर्स के कमल बाफना के पास से सौंफ के तीन नमूने और एक ग्रीन आक्साइड अखाद्य कलर का नमूना लेकर राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इसके साथ ही करीब 3569 किग्रा सौंफ और 73 किलो रंग जब्त किया गया, जिसकी कीमत सात लाख से अधिक है। लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय है कि ग्रीन आक्साइड का उपयोग प्रायः टाइल्स चमकाने के लिए किया जाता है।
मैदान में खाद्य अधिकारियों की टीम, घी, नमकीन, बेसन आदि के 43 नमूने लिए
आगामी त्योहारों को देखते हुए खाद्य सामग्री एवं मिठाई बनाने वाले प्रतिष्ठानों की जांच का अभियान शुरू किया गया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की दो टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें जिले में संचालित विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का सतत निरीक्षण करेंगी। टीम ने सघन जांच अभियान चलाकर खाद्य सामग्रियों के 43 नमूने लिए एवं लगभग 67 हजार रुपये मूल्य की खाद्य सामग्री जब्त की। संयुक्त दल ने खाद्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया।
एक टीम राज नगर स्थित निर्माण इकाई ओमप्रकाश सोनपापड़ी पर पहुंची। यहां गंदगी के बीच में सोनपापड़ी बनाई जा रही थी। यहां से चार नमूने लिए गए। सोनपापड़ी को रिपोर्ट प्राप्ति तक जब्त किया गया। इसके बाद श्री रंजीत नमकीन का निरीक्षण किया गया। यहां से चार नमूने लिए गए। धार रोड स्थित अजंता स्वीट एंड नमकीन से मिठाई के सात नमूने और नमकीन के पांच नमूने लिए गए।
राजस्थान स्वीट एंड नमकीन से मिठाई एवं नमकीन का नमूना लिया गया। दूसरी टीम ने सियागंज स्थित श्री वासुदेव मूलचंद से घी, कमलेश ट्रेडर्स से घी, द्वारकापुरी क्षेत्र में लड्डू डुग्गु नमकीन से नमूने लिए। नारायणी टी कंपनी से टोस्ट, अचार, जीरावण, मूंगदाल, चाय, साबूदाना और डेट्स के कुल सात नमूने लिए। सभी नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल की ओर भेजा गया है।