राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिव पायलट अपने पत्नी सारा पायलट से अलग हो चुके हैं। दोनों के बीच तलाक हो चुका है। चुनावी हलफनामे में सचिन पायलट ने खुद को तलाकशुदा बताया है। सचिन पायलट ने मंगलवार को टोंक में टोंक विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। नामांकन भरने के दौरान सचिन पायलट ने जो एफिडेविट दिया है उसमें पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा लिखा है।
सचिन पायलट ने पार्टी में ‘खींचतान’ संबंधी सवाल को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कोई ‘‘मनभेद” या ‘‘मतभेद” नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता मिलकर चुनाव लड़ेंगे और राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। नामांकन दाखिल करने के बाद सचिन पायलट ने यह बातें कहीं। पार्टी में ‘खींचतान’ के सवाल पर उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘हमारा न कोई मनभेद है, न मतभेद है, न कोई गुट है। हमारा सब… मैंने कहा कि सोनिया गांधी जी, मल्लिकार्जुन खरगे जी, राहुल गांधी जी का गुट है।”
माफ करो, भूलो और आगे बढ़ो
उन्होंने कहा, ‘‘हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। पार्टी के हर उम्मीदवार को जिताने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे राहुल जी, खरगे जी ने कहा है कि माफ करो, भूलो और आगे बढ़ो।” मुख्यमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ये परंपरा पार्टी में नहीं है। विधायक जीतने के बाद तय करते हैं, पार्टी नेतृत्व तय करता है कि कौन नेतृत्व करेगा। अभी हम सब पार्टी को जिताने में लगे हैं।” राज्य में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हालिया कार्रवाई पर पायलट ने कहा कि भाजपा चुनाव में अपनी हार से डर रही है और देश में केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।
पायलट ने कहा, ‘‘चुनाव से पहले जब आदर्श आचार संहिता लग चुकी है तब आप कार्रवाई कर रहे हो। कार्रवाई ईडी करती है, जवाब भाजपा देती है। ईडी ने आज तक कोई बयान जारी नहीं किया। कोई स्पष्टीकरण या दस्तावेज नहीं आया। यह तो सिर्फ माहौल बनाने के लिए है क्योंकि भाजपा अपनी हार से डर रही है, इसलिए पूरे देश में एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।” उन्होंने कहा, ‘‘अब तो यह आम बात हो गई है। मुझे लगता है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता-नेता इन बातों से डरने वाले नहीं हैं। मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बहुमत से पार्टी को लेकर आएंगे और सरकार बनाएंगे।”
भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की
पायलट ने मंगलवार को टोंक में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले पायलट ने भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने टोंक शहर में बड़ा कुआं से पटेल सर्किल तक समर्थकों के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान अनेक जगह उनका स्वागत किया। इस अवसर पर पायलट के साथ पूर्व मंत्री व विधायक रघु शर्मा, विधायक प्रशांत बैरवा व विधायक हरीश मीणा भी थे। पायलट इस समय टोंक से ही विधायक हैं।
2018 में 54 हजार से अधिक वोटों से जीते थे पायलट
राज्य में विधानसभा की 200 सीट के लिए एक साथ 25 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टोंक सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा अभी नहीं की है। नामांकन की आखिरी तारीख छह नवंबर है। पायलट ने 2018 के विधानसभा चुनाव में टोंक सीट भाजपा के यूनुस खान को 54,000 से अधिक मतों से हराकर जीती थी।