विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने वाले बयान देने के आरोप में केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ मंगलवार को एक मामला दर्ज किया गया। इस कदम की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आलोचना की है। भाजपा ने कार्रवाई की निंदा की है, वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा किये जा रहे हमास के तुष्टिकरण को उजागर करने के कारण FIR दर्ज की गई है।
राहुल और पी विजयन ने मिलकर कराई FIR
दोनों नेताओं पर निशाना साधते हुए, केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उनके खिलाफ विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के दोनों साझेदारों ने संयुक्त रूप से मामला दर्ज कराया है। उन्होंने दोनों नेताओं पर आरोप लगाया कि वे ‘बेशर्मी’ से ‘‘एसडीपीआई, पीएफआई और हमास जैसे जहरीले कट्टरपंथी संगठनों” का तुष्टिकरण कर रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘इसलिए विपक्षी गठबंधन के दोनों साझेदार राहुल गांधी और पिनराई विजयन ने संयुक्त रूप से मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराया है।” मंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारतीय राजनीति के दो सबसे बड़े तुष्टिकरणकर्ता- जो बेशर्मी से एसडीपीआई, पीएफआई और हमास जैसे जहरीले कट्टरपंथी हिंसक संगठनों का तुष्टिकरण करते हैं, जिनकी राजनीति ने दशकों से जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब और केरल तक कट्टरपंथ पैदा किया है और कई निर्दोष लोगों एवं सुरक्षा बलों की जान ली है – हमास के उनके तुष्टिकरण को उजागर करने पर मुझे मुकदमे के जरिये धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
भाजपा ने साधा निशाना
इससे पहले दिन में, भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि विजयन सरकार की इस कार्रवाई का मकसद विभाजनकारी ताकतों और चरमपंथी विचारों वाले लोगों की ‘‘मदद करना” और उन्हें ‘‘बढ़ावा” देना है। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से कहा, ‘‘यह पिनराई विजयन सरकार के दोहरे मानदंडों को दिखाता है।” पार्टी ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामले से राजनीतिक और कानूनी दोनों तरीके से निपटेगी। केरल पुलिस ने कोच्चि विस्फोट और हाल में राज्य के मलप्पुरम जिले में एक इस्लामिक समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हमास नेता के एक वर्चुअल संबोधन के संबंध में सोशल मीडिया पर मंत्री के बयानों को लेकर FIR दर्ज की है।
कोच्चि शहर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंत्री के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, आवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) (उपद्रव करना और लोक व्यवस्था का उल्लंघन करना) के तहत एक FIR दर्ज की गई है। FIR कोच्चि शहर साइबर प्रकोष्ठ के उप निरीक्षक की शिकायत पर दर्ज की गई है।
सुरेंद्रन ने कोच्चि बम विस्फोटों को ‘‘आतंकवादी कृत्य” बताने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव एम वी गोविंदन के खिलाफ मामला दर्ज न करने को लेकर वामपंथी सरकार और पुलिस की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इजराइल पर हमास के हमले की प्रशंसा करने के लिए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के विधायक एम के मुनीर और माकपा नेता एम. स्वराज के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सरकार हाल में राज्य के मलप्पुरम जिले में एक कार्यक्रम आयेाजित करने वाले इस्लामिक समूह के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए तैयार नहीं है जिसमें हमास नेता ने वर्चुअल रूप से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन वे एक केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कर रहे हैं जिन्होंने इसके खिलाफ बोला। यह FIR वोट बैंक की राजनीति के आधार पर एक घृणित फैसला है। इसका मकसद आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक लाभ हासिल करना है।”