उज्जैन। दीपावली की खरीदारी शुभ मुहूर्त से शुरू की जाती है। इसमें भी पुष्य नक्षत्र विशेष माना गया है। इस बार दीपावली से पहले 4 व 5 नवंबर को दो दिन खरीदी के महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। 4 नवंबर शनिवार को सुबह 8 बजे से पुष्य नक्षत्र की शुरुआत होगी, जो अगले दिन रविवार को सुबह 11 बजे तक विद्यमान रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार दोनों ही दिन नए कार्य की शुरुआत, भूमि,भवन, वाहन, सोने चांदी के आभूषण, बही खाते आदि की खरीदी के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
नए वाहन, इलेक्ट्रानिक उत्पाद आदि खरीदना भी शुभता प्रदान करता है। खरीदारी का शुभ मुहूर्त पुष्य नक्षत्र शनिवार को सुबह 8 बजे से शुरू होकर अगले दिन रविवार को सुबह 11 बजे तक रहेगा क्योंकि उदय काल से अस्त काल तक की मान्यता भारतीय परंपरा में और व्यवहार में दिखाई देती है। इस दृष्टिकोण से शनिवार और रविवार दोनों ही दिन पुष्य नक्षत्र की साक्षी रहेगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग भी
शनि व देवगुरु बृहस्पति का मिलता है आशीर्वाद
पुष्य नक्षत्र को श्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है, इसका मुख्य कारण यह है कि इस नक्षत्र का अधिपति शनि और उप स्वामी बृहस्पति है। दोनों ग्रहदेव प्रगति व लाभ के लिए अनुकूल माने जाते हैं। नए व्यापार की शुरुआत, नई दुकान या नए प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए भी यह समय उपयुक्त माना जाता है। निवेश के मान से भी इस समय को सकारात्मक बताया गया है। सोच समझकर निवेश तथा कार्य की प्रगति के संबंध में सोच विचार कर आगे बढ़ने से लाभ भी मिलेगा।