केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नागौर के परबतसर में मंगलवार को उस समय बाल-बाल बच गये जब उनका काफिला चुनावी रैली के लिए जा रहा था। जिस ‘रथ’ (बस) से वह यात्रा कर रहे थे, उसके ऊपरी हिस्से बिजली के तार के संपर्क में आने से चिंगारी निकली और फिर उन्हें अन्य वाहन से रवाना किया गया। कोई अप्रिय घटना तो नहीं घटी लेकिन चिंगारी के साथ तार टूटकर गिर गया। चिंगारी निकलने और तार टूटते देख रथ के पीछे की अन्य गाड़ियां तुरंत रुक गईं और बिजली काट दी गई।
शाह दूसरे वाहन से परबतसर चले गए और फिर उन्होंने रैली को संबोधित किया। वह रथ में सवार होकर बिदियाद गांव से परबतसर जा रहे थे। घटना के वक्त उनका काफिला एक गली से गुजर रहा था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया। शाह ने राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में कुचामन, मकराना और नागौर के परबतसर में तीन रैलियों को संबोधित किया।
कांग्रेस पर साधा निशाना
अमित शाह ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण दंगे हुए और इस पार्टी में दोषियों को सजा देने की भी हिम्मत नहीं है। वह नागौर के परबतसर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कांग्रेस पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों का अपमान करने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि वह राज्य के लोगों का कोई भला नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का लक्ष्य अपने बेटे राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाना है जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत अपने बेटे वैभव गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘ लेकिन वे अपने बेटों को “लॉंच” करने में असमर्थ हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने ‘चंद्रयान’ लॉन्च किया और चंद्रमा पर तिरंगा फहराया।”
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने ओबीसी का अपमान किया और राहुल गांधी ने मोदी की जाति को ‘चोर’ कहा। शाह ने कहा,‘‘मोदी सरकार में 27 प्रतिशत मंत्री ओबीसी से हैं। हमारे 303 सांसदों में से 29 प्रतिशत (84) ओबीसी से हैं। इसी तरह, हमारे 1,358 विधायकों में से 27 फीसदी ओबीसी से हैं और 163 एमएलसी में से 40 फीसदी पिछड़े वर्ग से हैं।” भाजपा नेता ने आरोप लगाया, ”राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री जी की जाति को चोर कहा। अपने ही नेताओं का अपमान करने का काम, पिछड़ा वर्ग के नेताओं का अपमान करने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया है।”