34 साल बाद कोई प्रधानमंत्री का होगा दमोह आगमन, संसदीय सीट के साथ बुंदेलखंड का है सबसे महत्वपूर्ण जिला, पीएम मोदी के लिए ये दौरा है खास
दमोह। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार तेज हो गया है। पीएम मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री एवं अन्य प्रदेशों के सीएम लगातार प्रदेश का दौरा कर जनता का आशीर्वाद मांग कर रहे हैं। आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। पीएम मोदी आज बुंदेलखंड के साथ चंबल संभाग को साधने का प्रयास करेंगे। दमोह, मुरैना और गुना में जनसभा को सबोधित करेंगे। पीएम मोदी इससे पहले बुंदेलखंड के सागर जिले में जनसभा को संबोधित कर चुके हैं।
दमोह में 34 साल बाद कोई प्रधानमंत्री
बता दें कि 34 साल बाद कोई प्रधानमंत्री दमोह दौरा पर जा रहे हैं। पीएम मोदी दमोह में आठ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। वर्ष 1989 के बाद 34 वर्षों बाद यह पहला अवसर होगा जब प्रधानमंत्री दमोह आ रहे हैं। अभी तक दमोह जिले के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री का आने में यह तीसरा अवसर है जब कोई प्रधानमंत्री दमोह आ रहा है। बता दें कि दमोह संसदीय सीट है। जहां से वर्तमान में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह से सांसद है।
कौन कौन प्रधानमंत्री आए दमोह
वर्ष 1979 में प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने दमोह आकर उमा मिस्त्री की तलैया में एक जनसभा को संबोधित किया था। वही उसके उपरांत वर्ष 1989 में प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने आकर जनता पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह के पक्ष में तहसील ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित किया था। उसके उपरांत 34 वर्षों बाद यह तीसरा अवसर है जब भारत देश के किसी प्रधानमंत्री का दमोह आगमन हो रहा है।
पीएम मोदी के लिए ये दौरा है खास
बता दें कि बुंदेलखंड में पीएम मोदी दमोह से पहले सागर का दौरा कर चुके हैं। आज वह दमोह दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी से पहले कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी भी दमोह का दौरा कर चुकी हैं तो वहीं साल 2018 विस चुनाव में राहुल गांधी ने भी दमोह का दौरा किया। पीएम मोदी और प्रियंका गांधी ने अलावा अब तक बसपा सुप्रिमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी दमोह का दौरा कर चुके हैं। पीएम मोदी का ये दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि दमोह एक संसदीय सीट भी है और यहां से मोदी का मंत्री प्रहलाद पटेल सांसद है। बुंदेलखंड को दमोह सबसे महत्वपूर्ण जिला भी है जो अपनी सीमाएं महाकौशल, विंध्य के साथ साथ सांझा करता है तो यहां से महाकौशल एवं विंध्य पर भी इस दौरे का असर पड़ेगा।