ग्वालियर। धनतेरस पर इस बार प्रीति योग बन रहा है। यह योग सोना चांदी के आभूषण खरीदने के लिए सर्वोत्तम माना गया है। धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा का कहना है कि इस दिन सोने-चांदी के अलावा बर्तन, कुबेर यंत्र, पीतल का हाथी और झाडू खरीदना शुभ होता है। मान्यता है कि इस दिन झाडू खरीदने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और मेहरबान रहती हैं। इस बार धनतेरस पर प्रीति योग में खरीदारी कर सकते हैं।
भगवान धन्वंतरि की होगी पूजा
त्रयोदशी तिथि दस नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर दूसरे दिन दोपहर एक बजकर 57 मिनट तक रहेगी। इस दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि, कुबेर देव और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम पांच बजकर 47 मिनट से रात सात बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
हस्त नक्षत्र व्यापारियों की बढ़ाएगा बिक्री
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन चंद्रमा कन्या राशि में संचार करेंगे। जहां पहले से ही धन-ऐश्वर्य के दाता शुक्र ग्रह विराजमान है। चंद्रमा और शुक्र की युति से कलात्मक योग बन रहा है। इस दिन हस्त नक्षत्र रहने वाला है। इस नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है। इस नक्षत्र को व्यापारियों से संबंधित माना जाता है, जिससे व्यापार में अधिक बिक्री का संकेत मिलता है।
धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस की पूजा का शुभ समय में विजय मुहूर्त दोपहर एक बजकर 53 मिनट से दो बजकर 37 मिनट तक रहेगा। गोधूलि बेला का समय शाम को पांच बजकर 30 मिनट से पांच बजकर 56 मिनट तक रहेगा। वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। अगले दिन 11 नवंबर को त्रयोदशी तिथि दोपहर एक बजकर 57 मिनट तक रहेगी।
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