यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (CM Yogi Adityanath) ने इस बार दिवाली को ऐतिहासिक बनाने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। आज यानी 11 तारीख को होने वाले अयोध्या दीपोत्सव में 21 लाख दीयों को सफलतापूर्वक प्रज्ज्वलन करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। आज रामनगरी में 24 लाख दीए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। राम की पैड़ी व चौधरी चरण सिंह घाट के सभी 51 स्थलों पर 24 लाख दीयों को सज्जित करने की प्रक्रिया पूर्ण हो गई। दीपोत्सव की तैयारी पूरी हो गई है। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम घाटों पर सज्जित दीयों की गणना करेगी, यदि किसी भी घाट पर कम दीये मिले तो वहां पर अतिरिक्त दीये बिछाये जाएंगे।
एक स्वयंसेवक को 85 से 90 दीये जलाने का लक्ष्य
दीपोत्सव के दिन एक स्वयंसेवक को 85 से 90 दीये जलाने का लक्ष्य दिया गया है। नोडल अधिकारी प्रो. संतशरण मिश्र ने बताया कि 11 नवंबर को सुबह नौ बजे से दीयों में बाती व तेल डाला जाएगा। निर्धारित समय पर इन्हें प्रज्वलित किया जएगा। स्वयंसेवकों के संकल्प की सिद्धि का प्रमाण सरयू तट पर 24 लाख से अधिक दीये स्वयं देते दिखे। तो दूसरी ओर रामकी पैड़ी पर गूंजती रामचरित मानस की चौपाइयां स्वयंसेवकों की थकान को हरती लगीं। उत्साही स्वयंसेवक भी कभी जयश्रीराम तो कभी जय सियाराम के उद्घोष से स्वयं के चेतनावान होने का एहसास कराते रहे। आस्था के साथ आकर्षण का मुख्य केंद्र बिंदु बन चुके घाट नंबर 10 पर दीयों से राममंदिर मॉडल बनाया गया है।
छात्र मंदिर मॉडल को अंतिम रूप देने में जुटे
ललित कला विभाग के समन्वयक प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव व संयोजक डा. सरिता द्विवेदी 150 छात्र छात्राओं के साथ मंदिर माडल को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। समन्वयक के साथ ही स्वयंसेवक भी नंगे पैर दीयों को सजा रहे हैं। इस घाट पर आने वाले हर आगंतुक के जूते चप्पल बाहर ही निकलवा दिए जाते हैं। उल्लास- उमंग से परिपूर्ण स्वयंसेवकों की भाव भंगिमा बता रही है कि वह अपने निर्धारित लक्ष्य पर नजर के साथ ही समय पर काम पूरा करने को कटिबद्ध हैं।
हर दीप श्रीराम को समर्पित
स्वयंसेवकों को हिदायतें देने के साथ ही उन तक पानी की बोतलें पहुंचा कर हौसला अफजाई भी करते हैं। इस घाट पर दीयों को सजा रही स्व्यंसेवक मांडवी तिवारी, अंशुमान गुप्ता, अनुज व संजना सिंह की भाव भंगिमा ऐसी है मानो उनका हर दीप श्रीराम को समर्पित हो रहा है। दीपों से उकेरी जय श्री राम की आकृति दीपक से जय श्री राम की आकृति स्वयंसेवकों ने उकेरी है। धनुष बाण, स्वास्तिक सहित अन्य धार्मिक आकृतियों को दीयों से बनाया गया है। रामकी पैड़ी मार्ग पर जगह-जगह पर छात्राओं ने रंगोली भी सजाई है।
अब तक की तैयारी
- घाटों की संख्या- 51
- स्वयंसेवक- 25 हजार
- तैनात पर्यवेक्षक- 12
- घाट प्रभारी- 95
- घाट समन्वयक- एक हजार
- विश्व कीर्तिमान के लिए प्रज्वलित दीयों का संख्या – 21 लाख
- सज्जित किए गए दीये – 24 लाख
- ब्लाक – 16 गुणे 16 दीप का ब्लाक, कुल 256 दीप